Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां हाल ही में जामिया हबीबिया नाम के एक अवैध मदरसे में नकली नोट छापे जा रहे थे। इसके बाद जिले के विकास प्राधिकरण ने एक्शन लेते हुए उसे सील कर दिया है। विकास प्राधिकरण ने बताया है कि इस मदरसे को सील करने के दौरान 1 लाख 30 हजार से नकली नोट मिले थे, जिन्हें भी जब्त कर लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ दिन पहले इस अवैध मदरसे से अवैध नोटों के छपने की खबर सामने आई थी और यहां से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक किताबें मिलीं थी, जिसके चलते ही मदरसे के खिलाफ एक्शन लिया गया है। जानकारी के मुताबिक यह अवैध मदरसा प्रयागराज के अतरसुइया इलाके में स्थित है।
मदरसे से मिलीं आपत्तिजनक किताबें
पुलिस ने इस अवैध मदरसे से नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ाई भी करते हैं और यहां से ही कई आपत्तिजनक किताबें भी मिली हैं। इन किताबों में RSS के खिलाफ नफरती बातें लिखी थीं, जो कि महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एसएम मुशर्रफ द्वारा लिखी गई है। यह वहीं हैं जो कि 26/11 हमले को लेकर भी कई आपत्तिजनक किताबें लिखीं थीं।
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जामिया हबिबिया को लेकर कई खुलासे हुए हैं और यह भी बताया गया है कि यहां से करीब देश से करीब सालाना दो करोड़ से अधिक की फंडिंग की जा रही थी। फिलहाल पुलिस समेत जांच एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि क्या इस मामले में विदेशी फंडिंग या आतंकी एंगल है या नहीं। मदरसे से मिली किताबों में मालेगांव व समझौता एक्सप्रेस जैसी कई आतंकी घटनाओं का जिक्र हैं, वहीं इसमे आरएसएस को एक आतंकी संगठन भी बताया गया है। इसके चलते अब एजेंसियां ये भी जांच कर रही हैं कि क्या यहां से राष्ट्र विरोधी काम तो नहीं किए जा रहे थे।
इसके अलावा मदरसे के मौलवी के कमरे से स्पीड पोस्ट की पावती भी जब्त की गई है, जो कि सारे स्पीड पोस्ट अपने नाम से ही करता था। सिटी डीसीपी दीपक भूकर का कहना है कि विवादास्पद किताब बरामदगी के चलते जांच ज्यादा सघनता से की जा रही है।