देशभर में इन दिनों लाउडस्पीकर, अजान और हनुमान चालीसा पर विवाद छिड़ा हुआ है। इस विवाद की शुरुआत करने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे पास योगी नहीं भोगी है। इस बीच एक टीवी डिबेट के दौरान राष्‍ट्रीय मुद्दों और मुस्‍लिम समाज पर बारीक नजर रखने वाले मुखर वक्‍ता और वकील डा. सैयद रिजवान अहमद ने कहा कि मेरे हिसाब से अजान के लिए लोगों को बुलाना इबादत कम और मकसद ज्यादा लगता है।

डा. सैयद रिजवान अहमद ने कहा कि मेरे हिसाब से अजान के लिए लोगों को बुलाना इबादत कम और मकसद ज्यादा लगता है। उन्होंने कहा कि सुबह की अजान पर तो कोई बहस नहीं होनी चाहिए, उसमें डेसीबल या कोर्ट का मुद्दा भी नहीं आना चाहिए, लेकिन बाकी चार अजान तो डेसीबल को ध्यान में रखकर भी होनी नहीं चाहिए। आदमी अपना अलार्म खुद लगाकर अल्लाह की इबादत करने जा सकता है। अजान लोगों को इकट्ठा करने की जगह अब अपनी हाजिरी लगाने का एजेंडा बन गया है। कोई किसी को स्कूल, ऑफिस जाने के लिए तो नहीं बुलाता, पर अजान को बार-बार दोहराना अपनी मौजूदगी दर्ज कराने का मकसद बन गयी है।

यूपी में धार्मिक स्थलों पर लगे करीब 21,900 अवैध लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। इसके अलावा 42,300 से ज्यादा लाउडस्पीकरों का वॉल्यूम कम कराया गया है। यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि धार्मिक स्थलों से अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाने और उनकी मात्रा को निर्धारित सीमा के भीतर रखने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है।

राज ठाकरे ने की थी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग: बता दें कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी। इसको लेकर पार्टी की ओर से अभियान भी शुरू किया गया। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि ईद के बाद यानि 3 मई के बाद भी अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाया गया तो उनकी पार्टी विरोध में मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ कराएगी।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता 3 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर राज्य भर के मंदिरों में महा आरती करेंगे। ये आरती लाउडस्पीकर पर की जाएगी। हालांकि, राज ठाकरे की मांग को मानने से इनकार करते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इसे केंद्र सरकार का मुद्दा बताया और कहा कि चूंकि लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर निर्देश सुप्रीम कोर्ट से आया है इसलिए केंद्र सरकार को इसके लिए दिशानिर्देश बनाने चाहिए।