लोकसभा चुनाव के दौरान क्षत्रीय समाज की बीजेपी से नाराजगी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बीच अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मुश्किलें खड़ी हो गई है। अमेठी में क्षत्रिय समुदाय के लोग बीजेपी को वोट न देने की बात कह रहे हैं। अब बड़ा मुद्दा है कि अमेठी में ऐसा क्या हो गया कि क्षत्रिय समाज बीजेपी को वोट न देने की कसम खा रहा है?
करणी सेना कर रही बीजेपी का विरोध
दरअसल अमेठी में बीजेपी का विरोध करणी सेना कर रही है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि जो पार्टी महिला का सम्मान नहीं करती, उसका हम विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार महिला का अपमान करते हैं और बीजेपी के मुखिया और शीर्ष नेतृत्व अपना मुंह तक नहीं खोलता है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के हर नेता का विरोध करेंगे और उनको वोट नहीं देंगे।
महिपाल सिंह ने कहा कि जब द्रोपदी का चीर हरण हो रहा था, तब भी कुछ लोग चुप बैठे थे और आज भी कुछ लोग चुप बैठे हैं लेकिन उन्हें परिणाम भुगतना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यदि देश का मुखिया महिला सम्मान पर एक शब्द नहीं बोलता है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बीजेपी पर राजपूत समुदाय को मजदूर बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमने भाजपा को वोट दिया और उसने हमें मजदूर बना कर रखा है। महिपाल सिंह ने कहा कि हम ऐलान करते हैं कि देश का राजपूत बीजेपी को वोट नहीं देगा।
स्मृति ईरानी को भी लिया निशाने पर
महिपाल सिंह ने अमेठी में बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी एक महिला सांसद होकर भी महिला सम्मान पर बात नहीं करती और उनसे संबंधित मुद्दों को नहीं उठाती हैं। महिपाल सिंह ने कहा कि स्मृति ईरानी को यह बोलने का कोई हक नहीं है कि हम महिला सम्मान की लड़ाई लड़ते हैं।
पुरुषोत्तम रुपाला ने दिया था विवादित बयान
बता दें कि केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने क्षत्रिय समाज को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया था, जिसके बाद भाजपा के खिलाफ राजपूतों का गुस्सा फूट पड़ा। पुरुषोत्तम रुपाला गुजरात की राजकोट लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं।