Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा के सामने सहयोगी दल की वजह से एक नई समस्या खड़ी हो गई है। उत्तर प्रदेश में एनडीए की सहयोगी ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी’ के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, जो योगी मंत्रिमंडल के सदस्य भी हैं, रविवार की सुबह 3 बजे अपना इस्तीफा लेकर लखनऊ स्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंच गए। राजभर ने सीएम योगी से मिलने की बात कही, लेकिन ड्यूटी पर तैनात अधिकारी द्वारा कहा गया कि सीएम अभी सो रहे हैं। इसके बाद वे वापस लौट गए।
दरअसल, ओम प्रकाश राजभर लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में एनडीए के सहयोगी दलों के बीच हुए सीट बंटवारे से नाराज हैं। उन्होंने अंतिम चरण के 25 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारने की घोषणा की है। राजभर और उनकी पार्टी भाजपा द्वारा अपने जनाधार वाले क्षेत्र पूर्वी यूपी में पर्याप्त सीट न मिलने की कथित तौर पर नाराज बताए जा रहे हैं। पहले वे कथित तौर पर पूर्वी उत्तर प्रदेश की पांच सीटें गठबंधन के तहत मांग रहे थे।
राजभर ने पहले कहा था कि सीट बंटवारे को लेकर पिछले कुछ महीनों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनकी दो बार मुलाकात हुई। सूत्रों के अनुसार, भाजपा पांच सीटें नहीं देना चाह रही थी। अंत में पूर्वी उत्तर प्रदेश की दो सीटें राजभर की पार्टी को देने पर बात बनी, लेकिन बाद में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजभर को ‘घोसी’ सीट से भाजपा के टिकट पर एक उम्मीदवार को उतारने को कहा।
राजभर ने बलिया में मीडिया से बात करते हुए कहा कि रविवार की सुबह 3 बजे जब वे सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर गए तब वे काफी गुस्से में थे। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री सो रहे थे। ड्यूटी पर तैनात ऑफिसर ने मुझे सुबह में आने को कहा। सुबह में भी मैंने मुख्यमंत्री से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सकें।”
राजभर ने शिकायत भरे लहजे में कहा, “मैंने अमित शाह और योगी आदित्यनाथ समेत सभी को यह समझाने की कोशिश किया कि हम उनके सहयोगी हैं। यदि हम कम से कम एक-दो सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे तो अपने वोटरों को क्या कहेंगे? लेकिन उन्होंने हमें भाजपा के चिन्ह पर चुनाव लड़ने को कहा। आखिरकार, मैंने उन्हें कहा कि हमें केवल एक सीट दे दीजिए, जिस पर हम अपनी पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ सकें, लेकिन उन्होंने हमारी इस बात को भी मानने से भी इंकार कर दिया।”