Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बसपा में पहली बार रणनीति के तहत बदलाव देखने को मिल रहा है। बसपा के इतिहास में पहली बार मिस कॉल नंबर जारी किया गया है। यह नंबर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के भतीजे आकाश आनंद से जुड़ने के लिए है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इसकी अपील की गई है।
बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद की देखरेख में नया सोशल मीडिया सेल तैयार किया जा रहा है। इसका काम लगभग पूरा हो चुका है। बसपा चीफ मायावती अपने जन्मदिन या फिर कभी भी इसे लांच कर सकती है।
बसपा चीफ मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ ना रुके हैं, ना रुकेंगे, सत्ता की ‘गुरु किल्ली’ लेकर रहेंगे। अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए, सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष के लिए, देश में समतामूलक समाज बनाने के लिए हमें संगठित होना होगा, और ये आपसे शुरू होगा। इस मिशन से जुड़ने के लिए 9911278181 पर एक मिस्ड कॉल दीजिए और सीधे मुझसे जुड़िये।’
मायावती ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उनका भतीजा आनंद उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी होगा। लखनऊ में बसपा की अखिल भारतीय बैठक में उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए कहा, हालांकि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने का उल्लेख नहीं किया।
हालांकि, बसपा की शाहजहांपुर जिला इकाई के प्रमुख उदयवीर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए पुष्टि की थी कि “बैठक में आनंद को मायावतीजी द्वारा ‘उत्तराधिकारी’ (उत्तराधिकारी) घोषित किया गया है।”
एक्स पर पोस्ट के साथ आकाश आनंद ने एक दो मिनट से लंबी एक वीडियो क्लिप भी अपलोड की, जिसमें वह यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ”दलित समाज के हित में समाज और बाबा साहेब (अम्बेडकर) द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा के लिए, हम किसी भी कीमत पर देश के लोकतंत्र को दो दलों की संपत्ति नहीं बनने देंगे। देश की तीसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते, बहुजन समाज पार्टी संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कोई समझौता नहीं करेगी।”
उन्होंने कहा, ”हम संविधान द्वारा हमें दिए गए लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ेंगे और मजबूती से खड़े रहेंगे। मित्रों, मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि हमारे आदरणीय नेता काशीरामजी ने हमें इस राजनीतिक लड़ाई का बहुत अच्छा तरीका सिखाया था। लेकिन इसका उपयोग करने के लिए हम सभी को एकजुट रहना होगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा, “हम लड़ेंगे, लेकिन हम अपने तरीके से लड़ेंगे। इतिहास गवाह है कि बसपा ने हमेशा अपनी शर्तों पर लड़ाई लड़ी और जीती है।” आनंद ने लोगों को कुछ “चाटुकारों” और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से एजेंडा फैलाने वालों के खिलाफ भी आगाह किया और उनसे “बहनजी” (मायावती) के साथ खड़े होकर इसके खिलाफ लड़ने और युद्ध जीतने के लिए खुद को तैयार करने को कहा।