Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर से विपक्षी दलों की एकता की वकालत की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत सभी विपक्षी दल एक साथ चुनाव लड़ने पर विचार कर सकते हैं।

एनसपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के ठाणे में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा था। शरद पवार ने मोदी की उस टिप्पणी पर तंज कसा था, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि वह राजनीति में शरद पवार की उंगली पकड़कर पहुंचे हैं। इस पर शरद पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि यह मुझे इतना महंगा पड़ेगा।

इस दौरान पवार ने कहा था कि वो इस उम्र में कोई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। उन्होंने कहा कि मैं केवल गैर-भाजपा दलों को भाजपा के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए एक साथ लाने में मदद करूंगा।’ केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में सत्ता के आने के बाद से बीजेपी ने जो वादे देश की जनता से किए थे, उन वादों को पूरा करने में केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है।

केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही बीजेपी: शरद पवार

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा छोटे दलों को सत्ता से दूर रखना चाहती है। साथ ही छोटे दलों को विपक्षी शासित राज्यों से हटाने के लिए अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

एनसीपी प्रमुख ने कहा कि भाजपा अपने विपक्षियों के खिलाफ जो कर रही है, वो लोकतंत्र पर हमला है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि गैर भाजपा शासित राज्यों में बीजेपी विधायकों को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। जिसका नवीनत उदाहरण महाराष्ट्र है।

पवार ने गुजरात दंगों के गैंगरेप दोषियों को गुजरात सरकार द्वारा छोड़े जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम मोदी लाल किले से महिलाओं के सम्मान की बात कहते हैं और दूसरी तरफ उन्हीं के गृह राज्य में बलात्कार और हत्या के दोषियों को बरी किया गया और फिर उनका सम्मान किया गया। इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा देश की जनता के सामने आया है।