मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने बेबाक अंदाज और बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय बुधवार को इंदौर के एक कार्यक्रम भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इंदौर लोकसभा सीट से बीजेपी के आगामी उम्मीदवार को लेकर जो कहा उस पर चर्चा छिड़ गयी। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि उन्होंने इंदौर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी का टिकट कटने की ‘उड़ती-उड़ती खबर’ सुनी है। बयान के तूल पकड़ने के बाद विजयवर्गीय ने कहा कि वह मजाक कर रहे थे।
मजाहिया अंदाज में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि इस बार किसी महिला नेत्री को ही इंदौर का सांसद बनाया जा सकता है। जिसके बाद विजयवर्गीय ने इंदौर के लोकसभा सांसद का टिकट कटने के अपने बयान को मजाक बताया। दरअसल, मध्य प्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को यह कहकर अटकलों को हवा दे दी कि उन्होंने इंदौर क्षेत्र से भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी का टिकट कटने की ‘‘उड़ती-उड़ती खबर’’ सुनी है। बयान के तूल पकड़ने के बाद विजयवर्गीय ने कहा कि वह मजाक कर रहे थे और इंदौर सीट के टिकट के दावेदारों में लालवानी अब भी शामिल हैं।
‘शंकर लालवानी का कटा टिकट’
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने गृह नगर इंदौर में एक कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मुझे तो उड़ती-उड़ती खबर यह भी मिली है कि शंकरजी (लालवानी) का टिकट इसलिए कटा क्योंकि यह टिकट किसी महिला को दिया जाना है। हालांकि, मुझे इस खबर की सच्चाई पता नहीं है।’’ भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को सुरक्षित सीट से चुनाव लड़वाने की बात कही है।
भाजपा नेता विजयवर्गीय ने महिला श्रोताओं से पूछा कि अगर प्रधानमंत्री उन्हें चुनाव लड़ने को कहें, तो उनमें से कितनी महिलाएं चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं? उनके इस सवाल पर कई महिलाओं ने हाथ उठाकर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई। लालवानी का टिकट कटने के बयान के बारे में मीडिया ने विजयवर्गीय से बुधवार देर शाम सवाल किया तो उन्होंने कहा कि महिलाओं के कार्यक्रम में वह मजाक में यह बात बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल इंदौर सीट से भाजपा उम्मीदवार तय नहीं हुआ है। अभी लालवानी भी टिकट के दावेदार हैं।’’
इंदौर सीट पर 30 साल से है भाजपा का कब्जा
इंदौर, उन लोकसभा सीटों में शामिल है जहां भाजपा ने अब तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंदौर से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार लोकसभा चुनाव जीते थे। 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद उन्होंने वक्त की नजाकत भांपते हुए पांच अप्रैल 2019 को खुद घोषणा की थी कि वह बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी।
इसके बाद भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों में लालवानी को इंदौर से टिकट दिया था। लालवानी ने अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी को पांच लाख 47 हजार 754 मतों के बड़े अंतर से हराया था और इस सीट पर भाजपा का 30 साल पुराना कब्जा बरकरार रखा था।
MP की 24 सीटों पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान
लोकसभा चुनावों की तैयारियों के बीच बीजेपी ने हाल ही में 195 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया था। बीजेपी मध्य प्रदेश की 24 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है और 5 सीटों पर प्रत्याशी के नाम फाइनल नहीं हुए हैं।