मानसून की वजह से देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। लगातार हो रहे बारिश की वजह से देश के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहे हैं। एक बार फिर से हिमाचल के सिरमौर में भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की वजह से हिमाचल के रेणुका जी संगड़ाह- हरिपुरधार मार्ग पर पहाड़ का मलबा आकर जमा हो गया। मलबा जमा होने की वजह से यातायात भी बाधित हो गया। वहीं मध्यप्रदेश के शिवपुरी और श्योपुर जिले में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और रेलवे ट्रैक पर पानी जमा हो गया है। पानी जमा होने की वजह से जंगली क्षेत्र में सवारियों से भरी ट्रेन 15 घंटे से फंसी हुई है। 

हिमाचल के सिरमौर में मंगलवार सुबह भूस्खलन हुआ और पहाड़ का एक बड़ा सा मलबा सड़क पर आकर गिर गया। मलबा गिर जाने की रेणुकाजी से शिमला जाने वाला मार्ग बंद हो गया। सिरमौर में मंगलवार को हुए भूस्खलन का वीडियो भी वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में पहाड़ के मलबे को साफ़ गिरते हुए देखा जा सकता है। मलबा गिरने के दौरान मौजूद रहे लोगों ने वहां से हटकर अपनी जान बचाई।

हालांकि अभी तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है। अधिकारियों के अनुसार सोमवार से ही इस इलाके में भूस्खलन हो रहा है। जिसको देखते हुए सड़क पर गिर रहे मलबे को साफ़ करने के लिए जेसीबी मशीन भी लगाई थी। इसी दौरान वहां पहाड़ का एक टुकड़ा आ गिरा। अधिकारियों ने कहा है कि अब भूस्खलन के बाद ही मलबे को हटाया जाएगा। बीते 30 जुलाई को भी सिरमौर में भूस्खलन हुआ था और पहाड़ का एक बड़ा टुकड़ा गिर गया था।

वहीं मध्यप्रदेश में भी लगातार हो रहे बारिश की वजह से शिवपुरी और श्योपुर जिले में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। शिवपुरी जिले में लगातार हो रहे बारिश की वजह से रेल की पटरियां भी पानी में डूब गई। पटरियां डूब जाने की वजह से सोमवार शाम को ग्वालियर से निकली ग्वालियर इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस शिवपुरी के पाड़रखेड़ा रेलवे स्टेशन पर करीब 15घंटे से खड़ी है। इस ट्रेन में करीब 400 यात्री सवार हैं। ट्रेन के डिब्बों में लाइट नहीं होने की वजह से यात्री दहशत में हैं। यात्रियों को रेलवे की तरफ से खाना-पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। 

शिवपुरी और श्योपुर जिले में राहत और बचाव कार्य के लिए वायुसेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को लगाया गया है। श्योपुर में राहत एवं बचाव दल की मदद से 100 लोगों को बाहर निकाला गया। वहीं शिवपुरी में अभी भी 45 से अधिक परिवार फंसे हुए हैं। दोनों जिलों में बनी बाढ़ की स्थिति को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शिवपुरी और श्योपुर में 2 दिन में लगभग 800 मिलीमीटर बारिश दर्ज़ की गई जिसके कारण बाढ़ की स्थिति बन गई। हमने 5 हेलीकॉप्टर बुलवाए हैं लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव कार्य बाधित रहा। अब तक SDRF और NDRF की टीमों ने 1600 लोगों को बचाया है।