Lalu Yadav Family Rift Tej Pratap Yadav: लालू यादव परिवार के भीतर चल रही तनातनी अब अगले पड़ाव की तरफ बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। शुक्रवार को तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के करीबी आकाश यादव एलजेपी में शामिल हो गए। ये वही आकाश यादव हैं जिनको छात्र RJD अध्यक्ष के पद से हटाने के बाद तेज प्रपात (Tej Pratap) ने बागी रुख अख्तियार कर लिए थे। पशुपति पारस खेमे वाली एलजेपी ज्वाइन करने के बाद आकाश यादव ने RJD के घमासान पर खुलकर टिप्पणी की। आकाश यादव ने RJD को अलाउद्दीन खिलजी वाली पार्टी बताया।

“अलाउद्दीन खिलजी की पार्टी बन गई है RJD”: आरजेडी छोड़ने के बाद आकाश यादव ने कहा कि 8 साल पहले मैंने जिस राष्ट्रीय जनता दल का हाथ थामा था, वह गरीबी और लोहिया-जय प्रकाश की पार्टी कहलाया करती थी लेकिन अब अलाउद्दीन खिलजी वाली पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी में सत्ता और वर्चस्व के लिए किसी की भी बलि चढ़ाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) के साथ मेरे पर्सनल संबंध थे, इस कारण मैं राजद में बना हुआ था।

“तेजस्वी और जगदानंद की जोड़ी से सब परेशान” : आकाश यादव ने कहा आरजेडी के भीतर हर कोई तेजस्वी यादव और जगदानंद से प्रताड़ित हैं। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के कई नेता इस जोड़ी से परेशान है। बताते चलें कि जगदानंद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं तो तेजस्वी को लालू यादव के बाद पार्टी में सबसे ताकतवर नेता माना जाता है। आकाश यादव के खिलाफ एक्शन से पहले जगदानंद ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी।

सबसे बेफिक्र तेज प्रपात: एक तरफ तेज प्रताप के हनुमान कहे जाने वाले आकाश यादव, RJD छोड़ LJP में शामिल हो गए तो वहीं दूसरी तरफ तेज प्रताप इन सब बातों से बेखबर दोस्तों के साथ समय बिताते हुए दिखाई दिए। शुक्रवार को लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप अपने अजीज मित्र चैतन्य पालित के साथ डिनर कर रहे थे। मुलाकात के बाद तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) ने चैतन्य की मुलाकात लालू यादव से भी करवाई थी। बताया जा रहा है कि तेज प्रताप अपने दोस्त को पार्टी में लाना चाहते हैं।

क्या है पूरा मामला: लालू यादव परिवार के भीतर का तनाव उस वक्त सामने आया था जब जगदानंद को लेकर लालू यादव और तेजस्वी ने तेज प्रताप के करीबी की अनदेखी की थी। एक कार्यक्रम में तेज प्रताप ने जगदानंद को हिटलर कहा था। इससे नाराज जगदानंद ने पार्टी दफ्तर आना ही छोड़ दिया था। लालू यादव के मनाने के बाद वह पार्टी में आए तो सबसे पहले आकाश यादव को छात्र राजद से बाहर कर दिया। इसके बाद जब मीडिया ने तेज प्रताप से जुड़े सवाल किए तो सार्वजनिक तौर पर कह दिया, हूं इज तेज प्रताप, मेरी जवाबदेही लालू यादव को है।

इसके बाद तेज प्रताप ने भी मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने तेजस्वी के करीब संजय़ यादव पर कई आरोप लगाए थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह इस तनाव से दूर दिखाई दे रहे हैं। पार्टी गतिविधि के बजाय वह पर्सनल टाइम बिताते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में दो तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, या तो पार्टी का तनाव खत्म हो गया है या फिर आने वाले समय में कोई सियासी बखेड़ा सामने आने वाला है।