चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव से लोग अब आसानी से नहीं मिल पाएंगे। दरअसल लालू प्रसाद यादव पर पहरा सख्त कर दिया गया है और बिना इजाजत अब उनसे मुलाकात नहीं हो पाएगी। बता दें कि लालू यादव इलाज के लिए रिम्स में भर्ती हैं और फिलहाल उन्हें रिम्स निदेशक के कैली बंगले में ठहराया गया है। जहां बिहार चुनाव के लिए टिकट की आस में लालू यादव से मिलने वालों का कैली बंगले में तांता लगा हुआ है।

इस मुद्दे पर झारखंड कारावास महानिरीक्षक ने रांची डीसी को पत्र भी लिखा था और अपनी नाराजगी जाहिर की थी। जिसके बाद अब रांची जिला प्रशासन ने कैली बंगले में तीन पालियों के लिए तीन मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी है। मजिस्ट्रेट अपनी पाली में हर मुलाकाती पर नजर रखेंगे, जिसके पास मुलाकात की इजाजत नहीं होगी, उसे मुलाकात नहीं करने दिया जाएगा। इसके साथ ही दूसरे राज्यों से आकर लालू यादव से मिलने वालों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन भी किया जाएगा।

बता दें कि बिहार चुनाव के चलते लालू प्रसाद यादव नियमों को ताक पर रखकर जमकर सियासी बैठकें कर रहे हैं और लोगों से भी मिल रहे हैं। जिसके खिलाफ झारखंड जेल आईजी ने रांची डीसी को चिट्ठी भी लिखी थी। जनता दल यूनाइटेड ने इस चिट्ठी को लेकर राजद पर निशाना साधा था और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की भी आलोचना की थी।

रिपोर्ट के अनुसार, राजद से टिकट पाने की चाह रखने वालों के लालू यादव के पास इन दिनों सैंकड़ों बायोडाटा इकट्ठा हो रहे हैं। दरअसल राजद में उम्मीदवारों की सूची लालू यादव ही फाइनल करेंगे। यही वजह है कि रिम्स निदेशक का बंगला, जिसमें लालू यादव को ठहराया गया है, वह राजद कार्यालय सरीखा बन गया है।

लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते पिछले काफी समय से वह रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं। फिलहाल उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में रखा गया है। अब बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजद की राजनीति रांची शिफ्ट हो गई है और नेता लगातार लालू यादव से मिलने रांची पहुंच रहे हैं। वहीं इस मुद्दे पर आलोचना झेलने के बाद झारखंड सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है।