कांग्रेस के द्वारा चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोले जाने के बीच कर्नाटक से बीजेपी के राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया ने बहुत बड़ा दावा किया है। सिरोया ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बागलकोट जिले की बादामी विधानसभा सीट पर चुनाव कानूनों का उल्लंघन किया गया। इस सीट से तब सिद्धारमैया चुनाव जीते थे और मुख्यमंत्री बने थे।
सिरोया ने अपने पत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिद्धारमैया के नजदीकी माने जाने वाले सीएम इब्राहिम के एक सार्वजनिक भाषण का हवाला भी दिया है।
बताना होगा कि राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस आरोप लगा रही है कि चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत से कई राज्यों के चुनाव में जबरदस्त गड़बड़ियां हुई हैं। वोटों की चोरी की जा रही है और यह सीधे-सीधे भारत के संविधान और लोकतंत्र पर हमला है। बीजेपी ने इन आरोपों से पूरी तरह इनकार किया है।
‘फर्जी मतदाताओं के नाम बताएं राहुल गांधी…’
सिरोया ने क्या लिखा है पत्र में?
सिरोया ने लिखा है, “सीएम इब्राहिम के भाषण की रिकॉर्डिंग में 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर वोटों की खरीद-फरोख्त का दावा किया गया है और इसमें बड़े राजनीतिक लोगों के शामिल होने की बात कही गई है। अगर, यह बात वाकई सच है तो इससे पता चलता है कि चुनावी कानूनों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ है।”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने क्या कहा?
बताना होगा कि इब्राहिम का यह बयान सामने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि वह 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान सिर्फ दो बार बादामी विधानसभा सीट पर गए थे और वहां ग्राउंड पर क्या हुआ, इस बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। 2018 के विधानसभा चुनाव में सिद्धारमैया ने चामुंडेश्वरी और बादामी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
बीजेपी ने 2018 में इस सीट से पूर्व मंत्री बी. श्रीरामुलु को मैदान में उतारा था। उनके समर्थन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और तमाम बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया था। इस सीट पर चुनावी मुकाबला बेहद कठिन रहा था और कांग्रेस के उम्मीदवार सिद्धारमैया ने सिर्फ 1,696 वोटों से जीत हासिल की थी।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद का यह पत्र ऐसे वक्त में सामने आया है जब राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर अपने तमाम दावे लोगों के सामने रखे हैं।
महादेवपुरा विधानसभा सीट पर वोट चोरी का आरोप
राहुल गांधी का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बेंगलुरु सेंट्रल सीट में आने वाली महादेवपुरा विधानसभा सीट में वोटों की चोरी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधानसभा सीट पर अवैध रूप से बीजेपी को 1,00,250 वोट मिले और इसी वजह से बीजेपी इस सीट पर चुनाव जीत गई।