कुमार विश्वास ने नाम लिए बिना एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। अपने एक ट्वीट में कुमार विश्वास ने लिखा है कि ‘आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने की निजी अहंकार मंडित नीचता के नाम एक और खुद्दार-शानदार योद्धा की खामोश कुरबानी मुबारक हो! अपनी स्वराज वाली बची-खुची एक आंख फोड़कर सत्ता के रीढ़विहीन “अंधों का सरदार” बनना वीभत्स और कायराना है।’ बता दें कि पंजाब में आप के अहम नेता और मशहूर वकील एचएस फुल्का ने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि कुमार विश्वास का ताजा ट्वीट भी उसी संदर्भ में आया है। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद से उसके कई संस्थापक नेता पार्टी का दामन छोड़ चुके हैं। कुमार विश्वास भी उन्हीं नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हैं। अब उस लिस्ट में एचएस फुल्का का नया नाम जुड़ा है।
इससे पहले बीते साल अगस्त में आप के मुद्दों को मीडिया के सामने मजबूती से रखने वाले नेता आशीष खेतान ने भी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद कुमार विश्वास ने एक कविता के माध्यम से अरविंद केजरीवाल की कड़ी आलोचना की थी, साथ ही आशीष खेतान के इस्तीफे को आत्मसमर्पित कुरबानी करार दिया था। इन सभी के अलावा कुमार विश्वास यदा-कदा भी ट्वीट्स या कविताओं के माध्यम से अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते रहते हैं।
आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने की निजी अंहकार मंडित नीचता के नाम एक और खुद्दार-शानदार योद्धा की ख़ामोश क़ुरबानी मुबारक हो ! अपनी स्वराज वाली बची-खुची एक आँख फोड़कर सत्ता के रीढ़विहीन “अंधों का सरदार” बनना वीभत्स और कायराना है
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2019
बता दें कि पंजाब में विपक्ष के नेता रहे और 1984 सिख दंगों की पैरवी करने वाले एचएस फुल्का ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। फुल्का ने सीएम केजरीवाल को सिर्फ 2 लाइन का एक पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में एचएस फुल्का ने लिखा कि ‘मैं आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं पार्टी की सेवा का मौका देने के लिए आपको धन्यवाद देता हूं।’ हाल ही में दिल्ली विधानसभा में सिख दंगों के विरोध में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न सम्मान वापस लेने के लिए प्रस्ताव रखा गया था, जिसे आम आदमी पार्टी ने समर्थन नहीं दिया। माना जा रहा है कि फुल्का ने इस वजह से भी पार्टी से इस्तीफा दिया है। साथ ही आगामी लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बातें सामने आ रही हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, फुल्का के इस्तीफे की ये भी एक वजह हो सकती है। बहरहाल एचएस फुल्का शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस्तीफे की वजह बता सकते हैं।