Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल टीचर भर्ती घोटाले में गिरफ्तार ममता बनर्जी सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर एक महिला ने जूते फेंक दिए। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ईसीआई अस्पताल से ईडी कार्यालय ले जाते समय एक महिला ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पर जूता फेंक दिया। टीचर भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था।

महिला ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि वह पार्थ चटर्जी पर जूते फेंकने आई थी और उसे खुशी होती अगर वह जूता पूर्व मंत्री को जाकर लगा होता। महिला ने कहा कि इन्होंने गरीबों का पैसा लूटा है। पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने ममता बनर्जी सरकार पर उनकी बर्खास्तगी को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया था।

जिसके बाद, टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को न सिर्फ कैबिनेट से हटा दिया गया बल्कि उन्हे पार्टी से भी निकाल दिया गया। वहीं, मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने के एक दिन बाद पार्थ चटर्जी ने कहा था कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है।

सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी ईडी ने किया है गिरफ्तार

ई़डी ने 23 जुलाई को करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था और इस घोटाला मामले में जांच एजेंसी ने पूर्व मंत्री की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी ने अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट्स पर छापेमारी के बाद 50 करोड़ से अधिक कैश और ज्वैलरी बरामद किए हैं।

पश्चिम बंगाल में हुए टीचर भर्ती घोटाले की जांच हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई द्वारा की जा रही है। जबकि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है। इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि यह घोटाला 5 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है क्योंकि एक कैंडिडेट से 18 से 20 लाख रुपए लिए गए हैं और यह सब तकरीबन 10 साल से चल रहा है। जांच एजेंसी का कहना है कि यह घोटाला 2014 का है और इसमें गड़बड़ियां कई तरीकों से हुईं। एजेंसी ने कहा कि बिना मैरिट वालों को नौकरी दे दी गई और छठी पास को टीचर बना दिया गया।