Majerhat Kolkata Bridge Collapse: पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में मंगलवार (चार सितंबर) शाम बड़ा हादसा हो गया। तारातला स्थित माजेरहाट इलाके में एक पुल का हिस्सा अचानक गिर गया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हादसे में कई लोगों की जान जाने की आशंका है, जबकि आठ से 10 लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है। घटना के बारे में फौरन चश्मदीदों ने पुलिस और एंबुलेंस को जानकारी दी, जिसके बाद मौके पर रेस्क्यू टीमें पहुंचीं। खबर लिखे जाने तक राहत और बचाव कार्य जारी था।
दार्जिलिंग पहुंची हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर कहा, “हम लोग बहुत चिंतित हैं। रेस्क्यू टीम से अपडेट लिया जा रहा है। हम वापस लौटना (कोलकाता) चाहते हैं। पर शाम में यहां से फ्लाइट ही नहीं है। हमारी टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। राहत-बचाव ही पहली प्राथमिकता है। बाकी की जांच-पड़ताल बाद में होगी।”
हालांकि उन्होंने यह भी कहा, “आपदा प्रबंधन की इस मसले पर बैठक हुई है। टीम को मौके पर भेजा गया है। पुलिस से हादसे की रिपोर्ट मांगी गई है।” आपको बता दें कि यह पुल बेहाला-इकबालपुर को जोड़ता था। यह पुल करीब 60 वर्ष पुराना था। बीते कुछ दिनों से इसकी मरम्मत का काम चल रहा था।
चश्मदीदों ने बताया कि वे लोग आस-पास ही थे। तभी जोर से आवाज आई थी। पहले तो वे कुछ समझ नहीं पाए। पर जैसे ही उन लोगों की पुल की तरफ नजर पड़ी तो वे हैरान रह गए। पुल गिर चुका था। कुछ वाहन उसकी चपेट में थे। लोगों के मुताबिक, आठ से 10 लोगों के पुल के मलबे में दबे होने की आशंका है। हादसे के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस और रेस्क्यू टीमें। देखें वीडियो–
#WATCH: Rescue teams and ambulances arrive at the spot where part of Majerhat bridge in South Kolkata has collapsed. #WestBengal pic.twitter.com/5pgpxSgwke
— ANI (@ANI) September 4, 2018
घटना के बाद छह लोगों को एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि एक का इलाज सीएमआरआई में चल रहा है। राहत-बचाव कार्य में मदद के लिए भारतीय सेना (आर्मी फील्ड हॉस्पिटल) की एक टीम भी भेजी गई है। वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब कोलकाता शहर में पुल गिरा हो। लगभग दो साल पहले निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाइओवर गिर गया था। उस हादसे में करीब 20 लोगों की जान चली गई थी।