कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर्नाटक दौरे पर हैं। लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित होने के बाद यह राहुल गांधी का पहला कर्नाटक दौरा है। राहुल गांधी ने कोलार में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे। अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर से अडानी ग्रुप का मुद्दा उठाया और जाति जनगणना पर भी मोदी सरकार से सवाल किया।

बता दें कि कोलार वही जगह है, जहां पर राहुल गांधी ने 2019 में मोदी सरनेम वाली टिप्पणी की थी। इसी मामले में पिछले महीने सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई है, जिसके बाद उनकी सदस्यता चली गई। राहुल गांधी ने अब एक बार फिर से कोलार से चुनावी जनसभा कर एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है।

राहुल गांधी ने जनसभा में कहा, “सरकार इस देश में ओबीसी को बदनाम करने की बात करती है। वे जातिगत जनगणना क्यों छिपा रहे हैं और इस देश में एससी, एसटी और ओबीसी की संख्या और केंद्र सरकार में उनके प्रतिनिधित्व का खुलासा क्यों नहीं कर रहे हैं। मैं इस सरकार से जातिगत जनगणना कराने और यह बताने की मांग करता हूं कि ओबीसी का अपमान कौन कर रहा है?”

राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें संसद में अडानी के बारे में बोलने से मना किया गया। उन्होंने कहा, “मैं जब भी मोदी सरकार से अडानी के बारे में सवाल करता था, संसद के अंदर मेरा माइक बंद हो जाता था। अगर मैं स्पीकर से इस बारे में पूछूं तो वह बस मुस्कुरा देते थे। वे मुझे अडानी के बारे में बोलने से रोकने की कोशिश कर रहे थे।”

राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में सरकार बनते ही कांग्रेस अपने चुनावी वादों को जल्द पूरा करेगी। कोलार में बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि वह कर्नाटक चुनाव से पहले ही कर्नाटक में कांग्रेस की लहर देख सकते हैं।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने रविवार को दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी कम से कम 130 सीटें जीतेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव दक्षिण में भाजपा के प्रवेश को समाप्त कर देगा।