सूत्रों ने बुधवार को यह दावा किया। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद यह कदम उठाया गया है। भारद्वाज अभी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।

ग्रेटर कैलाश से विधायक भारद्वाज ‘आप’ सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री भी थे। कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्त्व करने वाली आतिशी, सिसोदिया के शिक्षा दल की प्रमुख सदस्य ही हैं। उन्होंने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गौतम गंभीर के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और उसे लागू करने में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में सिसोदिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने गत रविवार को गिरफ्तार किया था। जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल मई में धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था। आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा के लगातार हमले के बीच मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिए। नए मंत्रियों की नियुक्ति होने तक सिसोदिया के विभाग कैलाश गहलोत और आनंद को दिए गए हैं।

इस बीच उपराज्यपाल कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना को ‘आप’ नेताओं सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के इस्तीफे प्राप्त हुए हैं, जिन्हें उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेज दिए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद सहयोगी सिसोदिया और जैन ने मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। अधिकारियों के अनुसार, केजरीवाल ने दोनों नेताओं के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे।