तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार (31 अगस्त, 2022) को बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हुई।
इससे पहले केसीआर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया और देश में जारी समस्याओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। अब लालू प्रसाद यादव के साथ उनकी मुलाकात को लेकर लोग भी खूब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
Mclovin नाम के एक ट्विटर यूजर ने कहा, “AAP को छोड़कर सभी पार्टियां 2024 के लिए गठबंधन करेंगी, कांग्रेस को छोड़ देंगी और नीतीश कुमार को पीएम के चेहरे के रूप में पेश करेंगी क्योंकि उन्होंने हाल ही में बीजेपी से नाता तोड़ लिया था, इसलिए उन्हें उम्मीद दिख रही है। इस देश में कोई वास्तविक विपक्षी दल नहीं है, इसलिए भाजपा शासन करेगी। इस देश को एक वैध विपक्ष की जरूरत है लेकिन…”
वहीं, एक और यूजर The 7 Heaven’s ने कहा, “वाह क्या बात है, सभी मोर्चों पर हारने के बाद, अब भ्रष्ट लोग मोदी सरकार को हराने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि TRS यह जानने में लगी है कि बिहार में भ्रष्टाचार कैसे हो रहा है ताकि केसीआर इसे तेलंगाना में लागू कर सकें, चारा चोर याद रखें मोदी सरकार को कोई नहीं हरा सकता।” शिव प्रकाश नाम के एक और यूजर ने लिखा कि अच्छा तो अब केसीआर एक बड़े भ्रष्टाचारी से भ्रष्टाचार सीखेंगे।
धानेश्वर स्वायन नाम के एक यूजर ने कहा, “जैसे चंद्रबाबू नायडू 2018 में मोदी जी के खिलाफ कर रहे थे और उन्हें भारत के लोगों ने पूरी तरह से बाहर कर दिया था, ठीक उसी तरह केसीआर को आने वाले चुनावों में समान परिणाम भुगतने होंगे।
अतुल स्वामीइन नाम के यूजर ने कहा, “पिछली बार चंद्रबाबू नायडू सैर सपाटे पर निकले थे इस बार केसीआर निकले हैं, ये बड़ी टोपी पहन कर आए हैं और उससे बड़ी टोपी पहना कर जाएंगे। भानुमति का कुनबा है बाद में “हुआ तो हुआ” हो जाएगा।”
एक और यूजर सूरज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “तेलंगाना सीएम खुद को 2024 में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में देख रहे हैं, बिहारी सीएम भी खुद को 2024 में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में देख रहे हैं और पश्चिम बंगाल की सीएम भी खुद को 2024 में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में देख रही हैं, लेकिन हम सब एक बात जरूर जानते हैं कि राहुल गांधी 3000 में भी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे।”