भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत के ऊपर एक व्यक्ति ने स्याही फेंक दी। राकेश टिकैत कर्नाटक में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे और इसी दौरान एक व्यक्ति उनके पास पहुंच गया और उसने राकेश टिकैत के चेहरे पर काली स्याही फेंक दी। स्याही फेंकने के बाद व्यक्ति ने भागने का प्रयास किया, लेकिन वहां हॉल में मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई की।

वहीं घटना के बाद वहां मौजूद पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने इसे सरकार की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, “स्थानीय पुलिस की ओर से यहां कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। यह सरकार की मिलीभगत से किया गया है। सुरक्षा की जिम्मेदारी लोकल पुलिस की होती है।” वहीं इस घटना का जिम्मेदार स्थानीय किसान नेताओं को ही बताया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि इस घटना के पीछे क‍िसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर का हाथ है और चंद्रशेखर के समर्थकों ने ही राकेश टिकैत पर काली स्याही फेंकी है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चन्द्रशेखर को लेकर पत्रकारों ने राकेश टिकैत से सवाल पूछा और राकेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा कि उनसे हमारा कोई लेना देना नहीं है। जैसे ही राकेश टिकैत ने ये वाक्य बोला, तुरंत वहां मौजूद चंद्रशेखर के समर्थक भड़क गयें और उन्होंने राकेश टिकैत के चेहरे पर स्याही फेंक दी।

बता दें कि 2 हफ्ते पहले चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर भारतीय किसान यूनियन में टूट हुई थी। राजेश सिंह चौहान की अध्यक्षता में भारतीय किसान यूनियन की लखनऊ में बैठक हुई थी, जिसमें भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) का गठन करने का फैसला हुआ था। वहीं नरेश टिकैत को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। राजेश चौहान ने राकेश टिकैत पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।

वहीं राकेश टिकैत ने किसान यूनियन में टूट पर कहा था कि टूट सरकार के इशारे पर हुई। उन्होंने बताया था कि राजेश चौहान के बंगले का कुछ चक्कर है जिसके कारण वो सरकार के दबाव में आ गए। राकेश टिकैत ने टूट से पहले नाराज नेताओं को मानाने की कोशिश की, लेकिन नेता नहीं माने।