कर्नाटक में हिजाब विवाद ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। शिवमोगा में कॉलेज छात्रा ने कथित तौर पर वॉट्सऐप पर पाकिस्तान का झंडा शेयर किया। अब इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। छात्रों ने मंगलवार को इसके खिलाफ प्रदर्शन किया और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जानकारी के अनुसार छात्रा ने ऑनलाइन क्लास के ग्रुप में कथित तौर पर एक स्टिकर शेयर किया, जिसमें लिखा था हिजाब हमारा अधिकार है। यह तब हुआ जब राज्य में हिजाब विवाद को लेकर हिंसक प्रदर्शन हो रहा था।
छात्रा ने कथित तौर पर जिस ग्रुप में पोस्ट शेयर किया था, वहां भी इसका काफी विरोध हुआ। एक छात्र ने तो इसके जवाब में भारत का झंडा शेयर किया। मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) भी कूद पड़ा है। उसने पुलिस से छात्रा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने और कॉलेज से तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है।
कॉलेज का बयान – मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा: ” छात्रों ने एक अलग वॉट्सऐप ग्रुप बनाया, जहां उनमें से एक ने चैट के दौरान एक फ्लैग का सिंबल भेजा। एबीवीपी ने हमारा ध्यान इस ओर खींचा। हमने अब छात्रा के माता-पिता को नोटिस दिया है। वे आज तक कॉलेज के सामने उपस्थित नहीं हुए और छात्रा का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। हमने इसे कुवेम्पु विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के पास भेज दिया है, क्योंकि कॉलेज विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड है।” एबीवीपी के जिला संयोजक धनुष गौड़ा ने संस्था के प्रशासन से देरी से प्रतिक्रिया का आरोप लगाते हुए कहा कि वे कॉलेज के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
क्या है मामला – कर्नाटक में हिजाब विवाद 1 जनवरी को शुरू हुआ, जब कर्नाटक के शहर उडुपी में एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रबंधन ने ड्रेस कोड के खिलाफ बताकर छह मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने पर क्लास अटेंड करने से रोक दिया था। मामले ने तूल तब पकड़ लिया जब हिंदू छात्र भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आए और वे भगवा झंडे लहरा रहे थे।
कर्नाटक हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा- छात्रों ने कहा कि अगर शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब की अनुमति है तो वे भी यहां अपने धार्मिक पोशाक और प्रतीकों को प्रदर्शित करने की अनुमति चाहते हैं। कर्नाटक हिजाब मामला कोर्ट तक भी पहुंचा है। कर्नाटक हाई कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा है और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। कर्नाटक आखिरी सुनवाई फरवरी में हुई थी।