कांग्रेस के बागी विधायक रोशन बेग को सोमवार (15 जुलाई, 2019) को बेंगलुरु एयरपोर्ट से स्पेशल टास्क फोर्स (SIT) की टीम ने हिरासत में ले लिया है। उन्हें करोड़ों रुपए के आईएमए घोटाले को लेकर हिरासत में लिया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने खुद इसकी जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जिस समय बेग को हिरासत में लिया गया उस समय वह भाजपा के एक विधायक के साथ थे।

कुमारस्वामी ने ट्वीट में लिखा, ‘एसआईटी ने आईएमए घोटाले मामले को लेकर रोशन बेग को हिरासत में लिया है। जिस में समय उन्हें हिरासत में लिया गया तब वह येदियुरप्पा के पीए संतोष के साथ एक चार्टर्ड प्लेन से मुंबई के लिए रवाना होने वाले थे। मुझे बताया गया है कि संतोष एसआईटी को देखकर मौके से भाग गया है, जबकि टीम ने बेग को हिरासत में ले लिया। जिस समय बेग को हिरासत में लिया गया तब भाजपा विधायक योगेश्वर भी वहां मौजूद थे।’

सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि यह बहुत शर्मनाक है कि भाजपा बेग को बेंगलुरु से भगाने में मदद कर रही थी। इससे यह साफ है कि आखिर किस तरह से भाजपा कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को तोड़ने की कोशिशें कर रही है। बता दें कि पूर्व मंत्री आर रोशन बेग कुछ जरूरी काम का हवाला देते हुए आईएमए ज्वेल्स पोंजी स्कीम की छानबीन कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) के सामने तय वक्त के भीतर पेश नहीं हुए।

पूर्व की सिद्धरमैया सरकार में मंत्री रह चुके बेग तब विवादों में घिर गए, जब कंपनी के मालिक मोहम्मद मंसूर खान ने आरोप लगाया कि बेग ने उनसे 400 करोड़ रुपये लिए थे लेकिन वापस नहीं लौटाए। विधायक ने आरोपों को बेबुनियाद और मनगढंत बताया था। गौरतलब है कि कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले 16 विधायकों में बेग भी हैं।

नौ जुलाई को उनके त्यागपत्र देने के कुछ घंटे बाद एसआईटी ने उन्हें एक नोटिस देकर 11 जुलाई को पेश होने के लिए कहा लेकिन विधायक ने समय मांगा और कहा कि वह सोमवार को पेश होंगे, मदगर वो आए नहीं। लेकिन नहीं आए। बरहाल मोहम्मद मंसूर खान ने यूट्यूब पर एक वीडियो मैसेज में कहा कि वह निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए ‘24 घंटे के भीतर’ देश लौटेंगे। (भाषा इनपुट सहित)