प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कावेरी जल विवाद को लेकर कर्नाटक व तमिलनाडु में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर पीड़ा जताई है और शांति की अपील की है।उन्होंने कहा कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं हो सकती है। विवाद का समाधान केवल कानूनी दायरे में ही हो सकता है। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि वे प्रधानमंत्री से मिलकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध करेंगे और उनसे कहेंगे कि मुद्दे का हल निकालने के लिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि फौरन मिलने का समय मांगा गया है और संभवत: बुधवार को मुलाकात हो सकती है। इस बीच कावेरी विवाद पर तोड़फोड़ व हिंसा के दौरान घायल हुए एक व्यक्ति ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। बताया गया कि बंगलूरु में पुलिस की लाठियों से बचने के लिए कथित रूप से तीन मंजिला एक इमारत से कूदे इस व्यक्ति की कई जगह चोट लगने के कारण मौत हो गई। सोमवार को बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के बीच पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था। तोड़फोड़ से सबसे अधिक प्रभावित बंगलूरु में मंगलवार को तनावपूर्ण शांति बनी रही। कर्नाटक व तमिलनाडु में कुछ प्रदर्शनों के दौरान लक्ष्य बनाकर हमले किए गए।देश की आइटी राजधानी  व अन्य प्रभावित जिलों के सामान्य स्थिति में लौटने के मामूली संकेतों के बीच कर्नाटक सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के संशोधित आदेश का पालन करने का निर्णय किया है। इसके तहत राज्य से 20 सितंबर तक तमिलनाडु के लिए 12 हजार क्यूसेक पानी जारी करने को कहा गया है। कर्नाटक सरकार ने आगाह किया है कि प्रदर्शनों के दौरान होने वाली हिंसा से कड़ाई से निबटा जाएगा।

यह निर्णय मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की अध्यक्षता में कैबिनेट की आपात बैठक में किया गया। इस बैठक में शीर्ष न्यायालय के आदेश और पानी जारी करने को लेकर हुई हिंसा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई। सैकड़ों सुरक्षा कर्मी कड़ी निगाह बनाए हुए हैं जबकि पुलिस ने कहा कि कर्नाटक में हिंसा को लेकर 365 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा के लिए कन्नड़ कार्यकर्ताओं और छोटे छोटे समूहों को जिम्मेदार ठहराया गया है। पुलिस कई संवेदनशील इलाकों में छानबीन अभियान चला रही है और एकत्र भीड़ को तितर-बितर कर रही है। कावेरी विवाद को लेकर हिंसा के कारण मृतक संख्या मंगलवार को बढ़कर दो हो गई। बंगलूरु में पुलिस की लाठियों से बचने के लिए कथित रूप से तीन मंजिला एक इमारत से कूदे एक व्यक्ति की कई जगह चोट लगने के कारण मौत हो गई। लक्ष्मी मल्टी स्पेशियल्टिी अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा. गिरधर ने कहा, ‘करीब 30 वर्षीय कुमार की मौत हो गई। उसे सोमवार रात साढ़े नौ बजे हमारे अस्पताल में नाजुक स्थिति में लाया गया है। बताया जाता है कि सोमवार को लाठीचार्ज से बचने के प्रयासों के तहत वह एक इमारत की तीसरी मंजिल से कूद गया।’

देश की आईटी राजधानी में सोमवार को अचानक व्यापक हिंसा भड़क जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई। इससे दोनों राज्यों के बीच तनाव और बढ़ गया। सोमवार देर रात कर्फ्यू लगाया गया जो बंगलूरु के 16 पुलिस थाना क्षेत्रों में बरकरार है। इन क्षेत्रों में 14 सितंबर तक निषेद्याज्ञा लगाई गई है। शहर की सड़कों पर बहुत कम वाहनों की आवाजाही हो रही थी और मंगलवार को बकरीद का अवकाश होने के कारण स्कूल, कालेज व सरकारी कार्यालय बंद रहे। इस बीच, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भी इमारत की तीसरी मंजिल से कथित रूप कूदने वाले कुमार के बारे में कहा कि पीड़ित की मौत पुलिस कार्रवाई के कारण नहीं बल्कि उसे लगी चोटों के चलते हुई। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर हस्तक्षेप करने का अनुरोध करेंगे और उनसे कहेंगे कि मुद्दे का हल निकालने के लिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि फौरन मिलने का समय मांगा गया है और संभवत: बुधवार को मुलाकात हो सकती है।

कावेरी मुद्दे को लेकर तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहे तथा छोटे संगठनों जैसे नाम तमिझार कत्ची (एनटीके) ने चेन्नई व कोयम्बटूर में कन्नड प्रतिष्ठानों के खिलाफ प्रदर्शन किए। दोनों राज्यों के बीच अंतरराज्यीय बस आवागमन भी प्रभावित हुआ। एक बस जिसे कल आधा जला दिया गया था उसे आज न्यू टिंबर क्षेत्र के पास फिर जलाया गया। इसके अलावा तिगलारापाल्या के समीप एक अन्य वाहन को आग लगा दी गई। दोनों ही वाहनों पर तमिलनाडु का पंजीकरण नम्बर था। पुलिस को हेगनहल्ली व पातेगरापलाया के समीप आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े क्योंकि प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए और उन्होंने टायर जलाए।

इसके अलावा राज्य के मांड्या, चित्रदुर्ग, रामनगर और मैसूरू जैसे विभिन्न भागों में छिटपुट प्रदर्शन की खबर मिली है। पुलिस ने बताया कि चित्रदुर्ग में तमिलनाडु के पंजीकरण वाले एक ट्रक को जला दिया गया जबकि रामनगर में प्रदर्शनकारियों ने उस फार्महाउस के समक्ष प्रदर्शन किया जो कथित तौर पर तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की पुत्री का हैं। मैसूरू में प्रदर्शनकारियों ने एक तमिल फिल्म की शूटिंग जगनमोहन पैलेस में रुकवा दी। उधर इस मुद्दे पर शांति व संयम बनाए रखने की अपील करते हुए सूचना व प्रसारण मंत्री एम वैंकेया नायडू ने कहा कि कर्नाटक और तमिलनाडु में हुई हिंसा परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि ऐसी हिंसा को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता, खासतौर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद। ऐसी हिंसा और संपत्ति को नुकसान कानून के शासन को नकारता है और अंतत: इसका असर आम आदमी के जीवन पर पड़ता है।

चंद्रबाबू नायडू ने जताई चिंता

विजयवाड़ा : आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कावेरी जल बंटवारे के मुद्दे पर कर्नाटक और तमिलनाडु में हो रही हिंसा पर चिंता जाहिर की और कहा, ‘पानी को लेकर इन राज्यों में लोगों का अशांत होना दुखद है। कर्नाटक और तमिलनाडु में हुई हिंसक घटनाएं जल संकट के दुष्प्रभाव का एक उदाहरण हैं।’