पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रही एसआईटी ने कुछ दिन पहले ही अहम संकेत दिए थे। एसआईटी ने ऐसे संकेत दिए थे कि गौरी लंकेश की हत्या के गिरफ्तार आरोपी के संबंध कथित हिंदूवादी संगठन श्रीराम सेना से हो सकते हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट में अब ऐसी अपुष्ट खबरें आ रही हैं जिनमें हत्या के आरोपी परशुराम वाघमोरे की तस्वीर राष्ट्रीय हिंदू सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक के साथ है। हालांकि न तो इस तस्वीर की सच्चाई की पुष्टि अभी तक हो सकी है और न ही इसकी तारीख की। वैसे बता दें कि श्री राम सेना का ही पितृ संगठन राष्ट्रीय हिंदू सेना है। वैसे मीडिया रिपोर्ट में ये बात कही जा रही है कि ये तस्वीर साल 2012 की है। ये तस्वीर उत्तरी कर्नाटक के विजयपुरा जिले में ली गई थी। लंकेश की हत्या का आरोपी परशुराम वाघमोरे भी इसी इलाके का रहने वाला है। माना जा रहा है कि वाघमोरे कुछ साल पहले ही श्री राम सेना से जुड़ा था। इसके बाद उसने संगठन के कामों में सक्रिय भागीदारी करना बंद कर दिया था। लेकिन इस बाद भी वह कई हिंदू संगठनों के साथ काम करता रहा।
इससे पहले मंगलवार (12 जून) को एसआईटी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के आरोपी परशुराम वाघमोरे को गिरफ्तार किया था। एसआईटी इस मामले की जांच सितंबर 2017 से कर रही थी। गौरी लंकेश की हत्या की जांच करने वाले कर्नाटक पुलिस के विशेष जांच दल ने कहा कि उन्होंने 26 साल के परशुराम वाघमोरे को राज्य के विजयपुरा जिले के सिंधगी से गिरफ्तार किया है।

कर्नाटक पुलिस की आधिकारिक रिलीज में ये कहा गया है कि वाघमोरे को पुलिस ने तृतीय अतिरिक्त मुख्य सत्र न्यायाधीश की बेंगलुरु स्थित कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे आगे की जांच और पूछताछ के लिए 14 दिनों के लिए एसआईटी की हिरासत में भेज दिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश की हत्या में इस्तेमाल होने वाला रिवॉल्वर अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। इससे पहले पांच लोगों केटी नवीन कुमार उर्फ होत्ते मंजा, अमोल काले, मनोहर एडवे, सुजीत कुमार उर्फ प्रवीण और अमित देगवेकर को इस मामले से ताल्लुक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। पत्रकार गौरी लंकेश को 5 सितंबर 2017 को उनके बेंगलुरु स्थित आवास के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते 5 जून को ही गौरी लंकेश के भाई इंद्रजीत लंकेश ने अपनी बहन के कत्ल की गहन जांच की मांग की थी।