Karnataka News: कर्नाटक भाजपा युवा इकाई के नेता रहे दिवंगत प्रवीण नेतरू की पत्नी की नौकरी बहाल की जाएगी। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को इसको लेकर घोषणा की। नेतरू की पत्नी की नौकरी मानवीय आधार पर बहाल की जाएगी। एक दिन पहले नूतन को नौकरी से निकाल दिया गया था। उनके पति प्रवीण की पिछले साल हत्या कर दी गई थी।

बोम्मई सरकार ने अनुबंध पर दी थी नौकरी

भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष एवं दक्षिण कन्नड़ क्षेत्र से सांसद नलिन कुमार कतील के अनुरोध पर मानवीय आधार पर नूतन कुमारी को अनुबंध के तहत नौकरी दी गई थी। राज्य की तत्कालीन बोम्मई सरकार ने 22 सितंबर, 2022 को मुख्यमंत्री कार्यालय में वरिष्ठ सहायक (Group-C) के रूप में नियुक्ति का आदेश जारी किया था। इसके बाद में नूतन के आग्रह पर उन्हें दक्षिण कन्नड़ उपायुक्त कार्यालय में तैनात किया गया था। नूतन पिछले साल 14 अक्टूबर से वहां कार्यरत थीं। उस समय दिए गए नियुक्ति आदेश में कहा गया था कि नूतन मौजूदा मुख्यमंत्री के पद पर रहने तक या अगले आदेश तक सेवा में रहेंगी।

नूतन को शुक्रवार को कर दिया गया था बर्खास्त

शुक्रवार (27 मई, 2023) को पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान नियुक्त 150 से अधिक अन्य अस्थायी कर्मचारियों के साथ नूतन कुमारी को भी बर्खास्त कर दिया गया था, क्योंकि नूतन भी अस्थायी सेवा पर थीं। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने काफी हंगामा काटा।

बीजेपी नेताओं के विरोध के बाद सिद्धारमैया सरकार ने बदला फैसला

बीजेपी नेताओं के हंगामे के बाद राज्य के सिद्धारमैया ने एक ट्वीट किया। सिद्धारमैया ने लिखा,’नई सरकार आने के बाद सरकारी सेवा से पिछली सरकार में नियुक्त किए गए अस्थायी कर्मचारियों को बर्खास्त करना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि नूतन कुमारी के मामले को एक अपवाद के रूप में माना जाएगा और उन्हें विशेष रूप से फिर मानवीय आधार पर नियुक्त किया जाएगा।

बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा कुमारी अस्थायी नियुक्ति को लेकर पूछे गए सवाल पर कतील ने कहा, ‘उनकी सेवाओं को नियमित करने में कानूनी बाधाएं थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने इन बाधाओं को दूर करने और उनकी सेवा को नियमित करने के लिए कानूनी राय ली थी।

22 जुलाई, 2022 को प्रवीण की कर दी गई थी हत्या

26 जुलाई, 2022 में दक्षिण कन्नड़ के बेल्लारे में हिंदुवादी नेता की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बोम्मई ने नूतन कुमारी को अनुकंपा के आधार पर बेंगलुरु में अपने कार्यालय में अस्थायी रूप से नियुक्त करने का आदेश जारी किया। सूत्रों के मुताबिक कुमारी उन 57 लोगों में शामिल थीं, जिन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में समूह सी के पदों पर अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया गया था। प्रवीण नेत्तर की हत्या का आरोप पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यकर्ताओं पर लगा था। मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है।