कर्नाटक में शनिवार (20 मई, 2023) को कांग्रेस की सरकार का गठन हो गया। सिद्धारमैया और डी के शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए चले गतिरोध के बाद कल आखिरकार शपथ ग्रहण समारोह हो गया। सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री और शिवकुमार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में कई दिनों का गहन मंथन चला और तब जाकर पार्टी ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के. अन्नामलाई ने तंज कसते हुए कहा कि एक साल में कर्नाटक सरकार ताश के पत्तों की तरह गिर जाएगी।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, “कर्नाटक में कांग्रेस के दो गुट हैं। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों अपने-अपने गुट को सपोर्ट करते हैं, जिससे प्रशासन की अनदेखी होगी। मुझे यकीन है कि कर्नाटक की नई सरकार अगले साल तक ताश के पत्तों की तरह गिर जाएगी। कैबिनेट के किसी भी मंत्री की किसी भी बात पर जवाबदेही नहीं होगी और इससे प्रशासन में अराजकता ही फैलेगी।”

कल ही शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में कांग्रेस ने राज्य में अपने 5 चुनावी वादे पूरा करने पर सैद्धांतिक मुहर लगा दी है। इस पर भाजपा ने नई कांग्रेस सरकार से चुनावी वादे पूरा करने के लिए धन के स्त्रोत के बारे में जानने की मांग की है। के. अन्नामलाई ने सिद्धरमैया को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी और पार्टी द्वारा किए गए पांच चुनावी वादों को लागू करने के लिए धन के स्रोत के बारे में बताने की मांग की।

उन्होंने इस साल सितंबर तक 2,000 रुपये के नोट वापस ले लिए जाने के मद्देनजर यह मांग की है। इसके साथ ही अन्नामलाई ने कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार के शपथ ग्रहण समारोह में तमिलनाडु के सीएम एम. के. स्टालिन के शामिल होने पर आपत्ति भी जताई हैं। उन्होंने कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध बनाने के कांग्रेस के आश्वासन का जिक्र करते हुए यह आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु के हितों के विपरीत है।

अन्नामलई ने कहा, “मैं जनता के जनादेश के साथ मुख्यमंत्री बनने पर सिद्धरमैया को बधाई देता हूं। कांग्रेस सरकार के पास अपने पांच चुनावी वादों को लागू करने के लिए धन कहां है, जिसके लिए हर साल 65,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी?” उन्होंने आगे कहा कि 2,000 रुपये के नोटों को अब बैग बांध कर नहीं रखा जा सकता क्योंकि इस सितंबर तक इन्हें वापस ले लिया जाएगा।

उन्होंने कांग्रेस के 5 चुनावी वादों गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, अन्न भाग्य, युवा निधि, शक्ति को लेकर कर्नाटक सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस ने अपने वादों में सभी घरों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली(गृह ज्योति), हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये मासिक सहायता (गृह लक्ष्मी), गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं। अन्नामलाई ने कहा कि वह उच्च मूल्य के नोट को वापस लेने की अपनी टिप्पणी पर स्टालिन की बेचैनी को समझ सकते हैं क्योंकि ये 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान खर्च किए जाने के लिए चलन में नहीं होंगे।