कर्नाटक विधानसभा चुनाव के समीप आते ही सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के बीच तल्खी भी बढ़ती जा रही है। आरोप प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय इससे भी एक कदम आगे बढ़ गए हैं। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का मोबाइल नंबर और निजी ई-मेल आईडी सार्वजनिक कर दिया है। उन्होंने टि्वटर पर इससे जुड़े दस्तावेज पोस्ट कर दिए। दस्तावेज के साथ अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘यदि सिद्धारमैया ने अपने मूल हलफनामे में सोशल मीडिया अकाउंट न होने की बात कही थी तो स्वाभाविक तौर उन्हें उन बातों की जानकारी नहीं होती जो उनके नाम पर कही जा रही हैं। शर्मनाक तरीके से कुछ दिनों के बाद ही मुख्यमंत्री को भूल सुधार (करेक्शन) फाइल करनी पड़ी। कांग्रेस चुनावों में हेरफेर कर रही है? कैम्ब्रिज एनालिटिका काम कर रही है?’ अमित मालवीय ने सीएम सिद्धारमैया द्वारा चामुंडेश्वरी सीट के लिए दाखिल हलफनामे को टि्वटर पर पोस्ट किया है। इसमें मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी के साथ टि्वटर अकाउंट का भी उल्लेख है।
If @siddaramaiah in his original affidavit had said that he has no social media accounts, then he obviously didn’t know of all that is being said in his name. Embarassingly, days later, CM had to file a correction. Congress manipulating elections? Cambridge Analytica at work? pic.twitter.com/o5oRm5LzH0
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 2, 2018
कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होने हैं, जबकि 15 मई को मतगणना है। ऐसे में भजापा और कांग्रेस के शीर्ष नेता लगातार चुनाव प्रचार अभियान में जुटे हैं। भाजपा की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री पद के चेहरे बीएस. येदियुरप्पा ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी है। वहीं, कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया लगातार रैलियां कर रहे हैं। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनावों को देखते हुए कर्नाटक भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बहुत अहम है। भाजपा के लिए यह राज्य जहां दक्षिण का प्रवेश द्वार है, वहीं कांग्रेस शासित यह दूसरा बड़ा राज्य है। कर्नाटक के अलावा पंजाब दूसरा बड़ा राज्य है जहां कांग्रेस की सरकार है। कर्नाटक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी.देवेगौड़ा की जनता दल सेक्युलर तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत है। अब तक हुए कुछ सर्वेक्षणों से निकले आंकड़ों को मानें तो इस बार जेडीएस किंग मेकर की भूमिका निभा सकती है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस की नजर देवेगौड़ा की पार्टी पर टिकी है। हालांकि, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अभी तक सबसे लोकप्रिय चेहरा बने हुए हैं।