कानपुर में सामने आयी एक अजीबोगरीब घटना में चकेरी के थानाध्यक्ष समेत दो पुलिसकर्मियों पर एक महिला की सम्पत्ति हड़पने, कीमती सामान लूटने और उसके परिवार के सदस्यों पर हमला करने के आरोप में उनकी तैनाती वाले थाने में ही एक मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि चकेरी के थानाध्यक्ष संतोष शुक्ला, सनिगवां पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी अंकित खटाना, बिल्डर योगी और धर्मेंद्र यादव और लगभग 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ डकैती, दंगा करने, हमला करने, तोड़फोड़, चोरी और आपराधिक अतिक्रमण करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद की गई कार्रवाई
उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई लाल बंगला के चंद्रनगर निवासी संगीता जायसवाल की शिकायत पर उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद की गई। उन्होंने बताया कि संगीता ने आरोप लगाया था कि शुक्ला और उसकी टीम ने 29 मार्च को उसकी विवादित संपत्ति को उसके प्रतिद्वंद्वियों सुजील और अभिषेक वार्ष्णेय को जबरन सौंप दी जबकि मामला अदालत में विचाराधीन था।
क्या हैं आरोप?
सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि महिला ने आरोप लगाया था कि पुलिसकर्मियों के साथ लगभग 30-40 लोगों ने उसके प्लॉट का गेट और चारदीवारी तोड़ दी, उसके रिश्तेदारों के साथ मारपीट की, लगभग छह लाख रुपये के आभूषण लूट लिये और लगभग 1.5 करोड़ रुपये का सामान ट्रकों में भरकर ले गए।
उन्होंने बताया कि साथ ही फोन और एक लैपटॉप भी छीन लिया गया। महिला ने आरोप लगाया, ”जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमें बुरी तरह पीटा और हमारी मेडिकल रिपोर्ट में भी हेरफेर किया। हमारी शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्होंने हम पर ही शांति भंग के आरोप में मामला दर्ज कर लिया।” गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच की जा रही है।
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