कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के लिए जिम्मेदार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करते हुए उसके घर को जमींदोज कर दिया है। बता दें कि इसी घर पर पुलिस टीम गुरुवार की रात दबिश देकर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची थी लेकिन विकास और उसके आदमियों ने योजना बनाकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। विकास दुबे का यह घर किलेनुमा था, जिसमें 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे थे।

50 हजार का इनाम घोषितः विकास दुबे का घर तोड़ने के साथ ही कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने गैंगस्टर के खिलाफ पचास हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है। विकास दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें कानपुर देहात में उसके रिश्तेदारों के घर छापेमारी कर रही है। वहीं डीजीपी एचसी अवस्थी भी कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक करोड़ रुपए के मुआवजे का ऐलानः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी, असाधारण पेंशन और एक करोड़ रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। मुठभेड़ के बाद से ही विकास दुबे फरार है और उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं।

विकास दुबे की पत्नी और एक बेटा लखनऊ में रहते हैं। वहीं दूसरा बेटा इंग्लैंड से एमबीबीएस कर रहा है। पुलिस ने मुठभेड़ मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे विकास दुबे के बारे में जानकारी ली जा रही है। पुलिस को आशंका है कि विकास दुबे नेपाल भाग सकता है, लिहाजा लखीमपुर खीरी जिले में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

पुलिस ने विकास के दो रिश्तेदारों को शुक्रवार की सुबह ही मुठभेड़ में मार गिराया है। जिन लोगों को मुठभेड़ में पुलिस ने मारा है, उनमें विकास के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और भतीजा अतुल दुबे शामिल हैं।