जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार के समर्थन में आते हुए समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने शनिवार को कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो राष्ट्रविरोधी हो। उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न प्रसारणों में नजर आए कुमार के भाषणों में ऐसा कुछ नहीं है जैसा कि केंद्र सरकार कह रही है।’’ सरकारी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में एक समारोह में बात करते हुए आजम ने मोदी सरकार पर जेएनयू का ‘‘भगवाकरण’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जहां भी विरोध के स्वर उठते हैं उसे दबा दिया जाता है। यह सरकार के लोकतंत्र विरोधी इरादों का दर्शाती है। आजम ने ताजमहल को ढहाने की शिवसेना की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि अगर इसे गिराया जाता है तो हम जश्न मनाएंगे।
बता दें कि इससे पहले आजम ने कहा था कि ताज महल की इमारत पर जो पैसा खर्च किया जाता है, वो सही नहीं है। आजम ने यह भी कहा था कि वे उस भीड़ का नेतृत्व करना चाहेंगे जो इसे गिरा देना चाहते हैं। आजम के मुताबिक, शाहजहां को कोई हक नहीं है कि उनकी पत्नी की याद में बनाए गए इस इमारत पर जनता के करोड़ों रुपए खर्च किए जाएं। यहां आजम ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने पीएम से सवाल किया कि किन परिस्थितियों में मोदी ने सुरक्षा प्रोटोकॉल को दरकिनार करके पाकिस्तान का दौरा किया? आजम ने यह भी आरोप लगाया कि उनका फोन चौबीसों घंटे सर्विलांस पर रहता है।