उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं और बीजेपी ने विधान परिषद में क्लीन स्वीप कर दिया है। राज्य की 36 सीटों पर संपन्न हुए चुनाव में बीजेपी ने 33 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि 3 सीटों में 2 पर निर्दलीय और एक पर जनसत्ता दल ने जीत दर्ज की है। विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी को एक भी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई है। बनारस में बीजेपी तीसरे नंबर पर रही तो वहीं पर देवरिया-कुशीनगर सीट से सपा उम्मीदवार कफील खान को हार का सामना करना पड़ा।

देवरिया-कुशीनगर सीट से समाजवादी पार्टी की तरफ से कफील खान मैदान में थे तो वहीं बीजेपी की तरफ से रतनपाल सिंह मैदान में थे। रतनपाल सिंह ने कफील खान को हरा दिया। कफील खान ने रतनपाल सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस के माध्यम से प्रधानों पर दबाव बनाया और पैसे का इस्तेमाल किया। जीतने के बाद रतनपाल सिंह ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कफील खान के आरोपों पर आपत्तिजनक बयान दे दिया।

कफील खान के आरोपों पर रतन पाल सिंह ने कहा कि, “गुंडागर्दी करना समाजवादी पार्टी का चरित्र रहा है। सत्ता का जितना दुरुपयोग समाजवादी पार्टी करती है, वह यह समझती है कि सभी लोग ऐसा ही करेंगे। जबकि जो कफील खान है ,वह जोकर है मदारी है। वह शक्ल से और स्वभाव से भी ऐसा ही लगता है, जो आप देखते हैं। हमारी सरकार हमेशा ही निष्पक्ष काम करती है और आपने 2016 में देखा होगा कि समाजवादी पार्टी ने कैसे गुंडई कर चुनाव जीता था।”

रतन पाल सिंह ने अपनी जीत का श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। उन्होंने कहा कि इस जीत का श्रेय मैं योगी आदित्यनाथ जी और प्रदेश नेतृत्व को देना चाहता हूं जिनके संरक्षण में हम लोगों ने चुनाव लड़ा।

बता दें कि चुनाव के नतीजे आने के बाद कफील खान ने कहा था कि उनकी हार नहीं हुई है, बल्कि लोकतंत्र की हार हुई है। कफील खान ने आरोप लगाया था कि बीजेपी प्रत्याशी ने धनबल-बाहुबल का इस्तेमाल किया और पुलिस ने ग्राम प्रधानों और बीडीसी सदस्यों को धमकाया ताकि वह बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करें। कफील खान ने बताया कि उन्हें 1031 वोट मिले हैं।