टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की मां काली पर टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। भाजपा नेता सुवेंधु अधिकारी ने कहा कि अगर मां काली टिप्पणी मामले में पुलिस टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो वो उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। सुवेंधु अधिकारी ने सोमवार (11 जुलाई, 2022) को अपने निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर में मोइत्रा के खिलाफ विरोध मार्च निकाला।

पश्चिम बंगाल भाजपा नेता सुवेंधु अधिकारी ने सोमवार को टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ उनके निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर में देवी काली पर की टिप्पणी के विरोध मार्च का नेतृत्व किया। सुवेंधु ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर पुलिस महुआ मोइत्रा के खिलाफ दस दिनों के भीतर कार्रवाई करने में विफल रहती है तो भाजपा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी।

सुवेंधु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने एक ऐसी सांसद (महुआ मोइत्रा) को चुना जो तुष्टिकरण की राजनीति में लगी हैं। भाजपा नेता ने कहा, “कृष्णनगर ने अतीत में कई राजनीतिक नेता बनाए। यह शर्म की बात है कि ममता बनर्जी ने इस जमीन से एक ऐसे सांसद को चुना जो तुष्टीकरण की राजनीति करती हैं।”

भाजपा नेता ने कहा, “धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं को निशाना बनाया जाता है। महुआ मोइत्रा को 2019 में कृष्णानगर से हिंदू वोट काफी ज्यादा मिला था, लेकिन अब वही लोग उनकी टिप्पणी से नाराज हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सनातन धर्म से जुड़े लोग इसको स्वीकार नहीं करते।

सुवेंधु अधिकारी ने कहा कि हिंदू मतदाता अगले राज्य विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सबक सिखाएंगे। भाजपा ने विरोध मार्च से पहले काली पूजा का आयोजन किया और इसको शुद्धिकरण बताया।

भाजपा नेता ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष किया और कहा, “ममता बनर्जी ने कहा था कि भाजपा के खिलाफ जिहाद होगा। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और इसे बड़े लोगों का समर्थन प्राप्त है। हमने सीएए के दौरान ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले जिहाद को भी देखा है। आंदोलन, चुनाव के बाद की हिंसा पर और नूपुर शर्मा के मुद्दे पर भी।” उन्होंने कहा कि सीएए बहुत जल्द लागू होगा और वे जनसंख्या नियंत्रण विधेयक भी चाहते हैं। बंगाल भाजपा नेता ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर आपने मुझ पर पथराव किया, तो मैं रसगुल्लों से जवाब नहीं दूंगा। याद रखें।”

बता दें, सुवेंधु अधिकारी, जो पहले टीएमसी से जुड़े थे। उन्होंने इस्कॉन के अधिकारियों से सवाल किया और कहा, “उन्होंने ममता बनर्जी को रथयात्रा का उद्घाटन करने की अनुमति क्यों दी? रथ पर बैठे हुए उन्होंने चप्पल पहन रखी थी। पिछले साल यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री के साथ कोलकाता मेयर फिरहाद हाकिम और टीएमसी सांसद नुसरत भी मौजूद थी। भाजपा नेता ने कहा कि यह ज्ञात रहे कि केवल एक सनातनी ही रथयात्रा के दौरान रस्सी को छू सकता है।”

इस बीच भाजपा ने 14 अगस्त को धारा 144 हटने के बाद कृष्णानगर के बेथुआडाहारी में एक रैली निकालने की योजना बनाई है। आजादी का अमृत महोत्सव से पहले रैली निकाली जाएगी। भगवा पार्टी श्रावण के महीने में तारकेश्वर के लिए एक श्रवण यात्रा भी निकालेगी।

महुआ मोइत्रा ने रविवार को एक ट्वीट करते हुए लिखा कि “बंगाल के लिए बीजेपी के ट्रोल-इन-चार्ज को सलाह देंगे कि वे अपने आकाओं से उन चीजों पर टिप्पणी करना बंद करने के लिए कहें जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। दीदी ओ दीदी ने उन्हें बूट दिलवाया।अब मां ओ मां इनके सीने पर पैर रखेगी।”

बता दें, इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022 में एक सत्र के दौरान महुआ मोइत्रा ने कहा था कि काली उनके लिए मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी थीं। मोइत्रा ने यह बात देवी काली को धूम्रपान करते और एलजीबीटीक्यू झंडा पकड़े हुए एक फिल्म के पोस्टर पर विवाद के जवाब में कही थी।

डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का पोस्टर हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल होई थी, जिसमें कई लोगों ने कहा कि यह पोस्टर हिंदू देवी का अपमान है और धार्मिक भावनाओं को आहत करता है।

काली के बारे में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी के बाद टीएमसी ने घोषणा की थी कि पार्टी ने मोइत्रा के विचारों का समर्थन नहीं किया था। पार्टी के आधिकारिक हैंडल ने ट्विटर पर लिखा था, “अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है।”