केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को अपने दो दिवसीय दौर पर हैदराबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने चार मीनार से सटे भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना की। वहीं उन्होंने हैदराबाद की सड़कों की हालत को लेकर एक ट्वीट कर निराशा जताई। इसके बाद यूजर्स सिंधिया को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सड़कों की हालत दिखाने लगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘ आज हैदराबाद दौरे पर सड़कों की हालत देखकर निराशा हुई। 10 मिनट की दूरी तय करने में 30 मिनट लगते हैं। 10000 करोड़ रुपए की लागत से 1000 किमी लंबी सड़कों के निर्माण का राज्य सरकार द्वारा किया गया वादा कितने पानी में है, ये इस तस्वीर से साफ़ है’।
सोशल कमेंट्स-
सिंधिया के इस ट्वीट के बाद यूजर्स मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सड़कों की हालत को लेकर उनसे सवाल करने लगे। किंग नाम के एक यूजर ने लिखा- ‘सड़कें दिख रही थीं, यह ही बड़ी बात है। अमोक नाम के यूजर रिप्लाई करके हुए लिखा- एमपी में तो यह भी नहीं दिखतीं। अमन नाम के यूजर लिखा- कभी मध्य प्रदेश भी आइए सर, फिर दिखाते हैं आपको मध्य प्रदेश की सड़कें।
मनीश राय नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा-‘मामा के राज में सड़कें एकदम अमेरिका वाली हैं, आदमी निकलता कहीं और के लिए है और पहुंच कहीं और जाता है। मुक्तेश्वर नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘गुजरात, मध्यप्रदेश, असम, कर्नाटक,उत्तर प्रदेश इत्यादि भाजपा शासित राज्यों के सड़कों के बारे में भी ईमानदारी से लिखिए ? इतनी चापलूसी करना आप कहां से सीख गये? आपके खून में तो य़ह नहीं था। भाजपा का झूठ बोलने वाला असर इतना जल्दी आप पर हावी हो गया l
सिंधिया बोले- चारमीनार से ज्यादा प्राचीन है भाग्यलक्ष्मी मंदिर
हैदराबाद दौरे के दौरान भाग्यलक्ष्मी मंदिर के दर्शन करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हैदराबाद की जब बात आती है तो चारमीनार का जिक्र किया जाता है, लेकिन जितना प्राचीन चारमीनार है, उससे पुराना यह माता भाग्यलक्ष्मी देवी का मंदिर है। इससे पहले उन्होंने बतौर नागरिक उड्डयन मंत्री यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया।
डीजीसीए की रिपोर्ट पर उचित कार्रवाई की गई: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डीजीसीए ने कई बार ऑडिट और मौका-मुआयना किया। उन जांचों और ऑडिट के अनुरूप उचित कार्रवाई की गई है। सिंधिया ने कहा कि सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। इससे कोई समझौत नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश में एयरलाइंस के विमानों में सामने आईं तकनीकी खराबी को दूर कर विमानन नियामक डीजीसीए हरसंभव उपाय कर रही है।