मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मध्‍य प्रदेश कांग्रेस के दो कद्दावर नेता अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दोनों केंद्रीय मंत्री ज्‍योत‍िराद‍ित्‍य स‍िंध‍िया के समर्थक रहे हैं। मुरैना से पूर्व में विधायक रहे राकेश मावई और शिवपुरी से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पारम सिंह रावत बीजेपी में शामिल हुए हैं।

राकेश मावई और पारम सिंह रावत 19 जनवरी को द‍िल्‍ली आए थे और सिंंध‍ि‍या से उनके दफ्तर में मुलाकात की थी। इसके बाद दोनों बीजेपी में शामिल हुए थे। राकेश मावई दो साल पहले कांग्रेस पार्टी से नाराज हो गए थे और उन्‍होंने तात्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ को च‍िट्ठी भी ल‍िखी थी। उनकी नाराजगी ग्‍वाल‍ियर में श्रीन‍िवास गुर्जर को स्‍थानीय चुनाव में ट‍िकट देकर वापस ल‍िए जाने के ख‍िलाफ थी। राकेश मावई भी गुर्जर समाज से आते हैं। इसल‍िए उन्‍होंने इसका व‍िरोध क‍िया था और कमलनाथ को च‍िट्ठी ल‍िखी थी।

इसके बाद 2023 के मध्‍य प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव में मुरैना से द‍िनेश गुर्जर को ट‍िकट म‍िल जाने पर एक बार फ‍िर राकेश मावई पार्टी से नाराज हो गए। बाद में उन्‍हें कांग्रेस ने मुरैना श्‍योपुर लोकसभा चुनाव का प्रभारी बना कर खुश करने की कोश‍िश की थी, लेक‍िन उनकी नाराजगी बरकरार रही। राकेश मावई ने साफ कह द‍िया था क‍ि वे और उनके समर्थक कांग्रेस का काम नहीं करेंगे।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए मुश्किलें इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर भी सवाल उठ रहे हैं। दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने एक डिबेट के दौरान कमलनाथ पर बीजेपी के साथ साठगांठ को लेकर सवाल उठाए थे। हालांकि कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता को नोटिस तो दे दिया, लेकिन उनके बयान के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश चुनाव में बीजेपी को 163 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि कांग्रेस को महज 66 सीटें मिली थी। मध्य प्रदेश चुनाव के बाद कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था और उनकी जगह पर जीतू पटवारी को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।