जोशीमठ में SDRF की टीम ने होटल ‘मलारी इन’ और ‘माउंट व्यू’ पर एक्शन शुरू कर दिया है। प्रशासन ने इन दोनों होटल की तरफ जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है और वहां से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया है। SDRF, NDRF और CBRI के अंडर में इन होटलों को गिराने का काम किया जाएगा। प्रशासन लगातार अनाउंसमेंट करके लोगों को यहां से दूर रहने के लिए कह रहा है।

होटल ‘मलारी इन’ और होटल ‘माउंट व्यू’ टेढ़े हो रहे हैं। ये दोनों ही होटल चार और पांच फ्लोर की इमारते हैं। इन दोनों ही इमारतों पर लाल निशान लगा हुआ है, जो यह दर्शाता है कि यहां रहना साफ मना है। होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने बताया कि बगल वाले होटल का हमारे होटल पर इतना ज्यादा प्रेशर है कि मेरा होटल गिरने के कगार पर है। उन्होंने कहा, “मैं मजबूर हूं। कुछ भी नहीं कह सकता। क्या कोई खुद का होटल तोड़े जाने पर खुश हो सकता है?”

माउंट व्यू होटल की छत से हटाया सामान

इससे पहले आज सुबह जोशीमठ प्रशासन ने आज सुबह होटल माउंट व्यू की छत से पानी की टंकियां समेत कई भारी सामान हटाए गए। यह होटल लगातार टेढ़ा हो रहा है। कहा जा रहा है कि यह होटल खुद भी गिर सकता है। बता दें कि इन दोनों होटलों के पीछे करीब दो दर्जन घर बने हुए हैं, जिस वजह से इन सभी मकानों पर खतरा बना हुआ है। प्रशासन जोशीमठ में बारिश या बर्फबारी से पहले इन दोनों ही होटलों को गिराना चाहता है।

कैसे गिराए जाएंगे होटल?

ये दोनों होटल मैनुअल तरीके से गिराए जाएंगे। इन होटलों को गिराने के लिए किसी तरह के विस्फोटक या फिर बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। SDRF और NDRF की टीमें कई मशीनें लेकर होटल के अंदर पहुंच गए हैं। होटल को गिराने के काम में लगी टीमें यह भी तय करेगीं कि इस दौरान आसपास की किसी भी इमारत को नुकसान न पहुंचे। कहा जा रहा है कि यह ऑपरेशन रातभर चलेगा।