उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने बुधवार (17 फरवरी) को आरोप लगाया कि जेएनयू छात्र संघ के गिरफ्तार अध्यक्ष कन्हैया कुमार को ‘गलत ढंग से’ फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि वह अदालत में उसकी पैरवी करने के लिए तैयार हैं। भूषण ने कहा, ‘‘मैं कन्हैया कुमार की पैरवी करने को तैयार हूं। मैं आम तौर पर उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय में व्यस्त रहता हूं, लेकिन यदि जरूरत हुई तो मैं उसकी पैरवी करूंगा क्योंकि वह एक अच्छे छात्र नेता हैं जिन्हे गलत ढंग से फंसाया गया है।’’
भूषण और योगेंद्र यादव द्वारा बनाया गया संगठन स्वराज अभियान जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों का समर्थन कर रहा है जो देशद्रोह के आरोप में कुमार की गिरफ्तारी के मद्देनजर आंदोलन कर रहे हैं।
समूह के एक अन्य नेता प्रोफेसर आनंद कुमार ने पुलिस कार्रवाई की निन्दा की है और कहा है कि यह राजनीतिक हित साधने के लिए राज्य की शक्ति का ‘‘शर्मनाक दुरुपयोग’’ है जिससे ‘‘लोकतंत्र का मजाक’’ बन रहा है। कुमार को विश्वविद्यालय में उस आयोजन को लेकर गिरफ्तार किया गया है जिसमें कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। उसे देशद्रोह और आपराधिक साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया।