झारखंड समेत देश के विभिन्न राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबियों के घर से काफी नकदी बरामद हुई है। ईडी ने 20 लोकेशंस पर छापा मारा है। इस छापेमारी में पूजा के चार्टर्ड अकाउंटेंट के घर से ईडी को 17 करोड़ रुपये कैश मिला है।
दरअसल, झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल द्वारा कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने आज सुबह से देश के विभिन्न हिस्सों में एक साथ 20 जगहों पर छापेमारी की। एक संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में सुबह छह बजे छापेमारी शुरू की गई। नई दिल्ली, मुंबई, जयपुर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मुजफ्फरपुर, रांची और अन्य शहरों में विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी गई।
पूजा के पति अभिषेक झा द्वारा चलाए जा रहे मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से जुड़े लोगों पर भी ईडी की छापेमारी हुई। ईडी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आय से अधिक संपत्ति मामले व खान लीज मामले समेत खूंटी में मनरेगा में 18 करोड़ रुपये की वित्तीय गड़बड़ी मामले में छापेमारी की गई।
एक कनिष्ठ अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। सिन्हा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की हिरासत में हैं। सिन्हा ने जांचकर्ताओं को बताया कि पूजा सिंघल ने दो गैर सरकारी संगठनों वेलफेयर पॉइंट और प्रेरणा निकेतन को 6 करोड़ रुपये के फंड का अग्रिम भुगतान किया था और पर्यावरण नियमों के उल्लंघन में 83 एकड़ वन भूमि पर खनन पट्टा दिया था। चतरा, पलामू, खूंटी जिलों में उपायुक्त के रूप में उन पर मनरेगा में अनियमितताएं करने का आरोप है।
गोड्डा से भाजपा के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे ने आईएएस अधिकारी पर ईडी की कार्रवाई का स्वागत करते हुए ट्वीट किया और कहा, “वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नीली आंखों वाली नौकरशाह हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पूजा सिंघल ने सीएम, भाई, गुर्गों व दलालों को कौड़ी के भाव खान आवंटित किया। इस बीच धनबाद में ईडी ने कोयला कारोबार और अवैध कोयला खनन में लगी नौ आउटसोर्सिंग कंपनियों के परिसरों पर छापेमारी की। पूजा सिंघल झारखंड राज्य खनिज विकास निगम की प्रबंध निदेशक हैं।