झारखंड के हजारी बाग में दो समुदाय के आमने सामने आने से फसाद की स्थिति उतपन्न हो गई। शहर में बाबरी मस्जिद ढ़हाए जाने की तिथि पर गुरुवार को शौर्य दिवस मनाकर जुलूस निकाला जा रहा था। पुलिस के अनुसार, शौय दिवस के जुलूस में शामिल लोगों ने 6 मोटरसाइकिलें फूंक दीं और कई कारों में तोड़फोड़ की। जब पुलिस ने बीचबचाव करने की कोशिश की तो जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिसवालों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अब स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
स्थानीय खबरों के अनुसार, शौर्य दिवस के मौके पर शहर के भगत सिंह चौक पर एक समुदाय द्वारा जुलूस निकाल रहे लोगों पर पत्थर बरसाए जाने लगे। इसका जवाब जुलूस निकाल रहे लोगों ने पत्थरबाजी से ही दिया। दो पक्षों की बीच करीब 15 मिनट तक पत्थर बरसाए गए। मामला अलग अलग समुदाय का होने के चलते कुछ ही देर में तनाव पैदा हो गया। उपद्रवियों द्वारा पथराव की सूचना पुलिस को मिली।
अचानक पथराव होने से कुछ ही देर में आस पास के इलाकों में सन्नाटा पसर गया। बाजार की दुकानें बंद हो गईं। पुलिस ने बताया कि जुलूस में शामिल लोगों ने 6 मोटरसाइलें जला दीं और कारों में तोड़फोड़ की। करीब आधा दर्जन लोगों के घायल होने की भी खबर है। इनमें कांस्टेबल महेश यादव भी घायल बताए जा रहे हैं।
अचानक हुई इस घटना पर प्रशासन में हडकंप मच गया। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी रविशंकर शुक्ला, पुलिस कप्तान मयूर पटेल व अन्य अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। एहतियात बरतते हुए आरएएफ को भी उतार दिया गया है।
गौरतलब है कि, बीते दिनों भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिंसा भड़क गई थी। गोकशी की अफवाह पर इकट्ठा हुए लोगों के उपद्रव में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह औऱ स्थानीय युवक सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। सराकर ने इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं परिवार को मुआवजा और नौकरी का ऐलान किया जा चुका है।