झारखंड में ऑक्सीजन गैस प्लांट को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच विवाद पैदा हो गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सीएम हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री का अपमान किया है। ये सारे ऑक्सीजन गैस प्लांट पीएम केयर फंड से बने थे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया था। इसमें पीएम केयर्स फंड से 19 जिलों में 27 जगहों पर लगाए गए पीएसए प्लांट भी शामिल है। पीएम इसका उद्घाटन करने वाले थे, लेकिन पीएम इससे पहले उद्घाटन कर पाते, सीएम ने इसका उद्घाटन कर दिया। बीजेपी इसीलिए इसका विरोध कर रही है।
रांची से बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा है कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, ऐसा करके पीएम का अपमान कर रहे हैं। वहीं सत्ता में काबिज झामुमो की तरफ से कहा गया है कि जब आवश्यक वस्तुओं में ऑक्सीजन आता है तो इसके उद्घाटन के लिए मुहूर्त का इंतजार नहीं किया जा सकता है।
भाजपा सांसद संजय सेठ ने ट्वीट कर कहा- “कोरोना के विरुद्ध लड़ाई को अंतिम रूप देते हुए पीएम केयर फंड से बने ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण माननीय प्रधानमंत्री जी कल करने वाले हैं। झारखंड में भी ऐसे 27 प्लांट का निर्माण हुआ है। माननीय प्रधानमंत्री के लोकार्पण तिथि से एक दिन पूर्व राज्य सरकार द्वारा लोकार्पण किया जाना समझ से परे है।
कोरोना के विरुद्ध लड़ाई को अंतिम रूप देते हुए #PMCares Fund से बने PSA Plant का लोकार्पण माननीय प्रधानमंत्री जी कल करने वाले हैं। झारखण्ड में भी ऐसे 27 PSA का निर्माण हुआ है। माननीय प्रधानमंत्री के लोकार्पण तिथि से एक दिन पूर्व राज्य सरकार द्वारा लोकार्पण किया जाना समझ से परे है। pic.twitter.com/gz58V7Pvd3
— Sanjay Seth (मोदी का परिवार) (@SethSanjayMP) October 6, 2021
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा- “मुख्यमंत्री जी, आखिर आप करना क्या चाह रहे हैं? यह लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का अपमान है। जब राष्ट्रस्तर पर एक साथ लोकार्पण होना तय हुआ, तो फिर झारखंड सरकार के द्वारा ऐसा किया जाना, सीधे-सीधे माननीय प्रधानमंत्री जी का अपमान है। माननीय प्रधानमंत्री का अपमान..नहीं सहेंगे”।
बता दें कि पहले ही राज्य सरकार और केंद्र के बीच कई मुद्दों को लेकर टकराव चल रहा है। इन विवादों में सरना धर्म कोड, जातीय जनगणना जैसे कई विवाद शामिल हैं। फंड लेकर भी राज्य और केंद्र के बीच विवाद है। ऐसे में हेमंत सोरेन का ये कदम उसका जवाब भी माना जा रहा है और नई विवाद की एक वजह भी। हालांकि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से अभी इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।