जम्मू-कश्मीर के पुलवामा इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ में रविवार को दो आतंकी मारे गए। एनकाउंटर इलाके के पडगामपोरा में हुआ था। पहले आतंकियों ने पुलिस गश्ती दल पर हमला किया था, इसके बाद जवाबी फायरिंग में दो आतंकी ढेर हो गए। बाद में सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया। मारे गए आतंकियों के पास से एक एसएलआर और एक एके-47 बरामद हुई है। यह घटना उस वक्त हुई जब पुलवामा के एसपी रईस अहमद और अवंतिपुरा के एसपी जाहिद मलिक का दस्ता वहां से गुजर रहा था। इस दौरान उनके साथ जिले के एडिशनल सुप्रीडेंट ऑफ पुलिस चंदन कोहली भी साथ में थे।

कार में जा रहे आतंकी पीछे से आए और उस वाहन पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें कोहली सवार थे। ये अधिकारी अवंतिपुरा और पुलवामा के सीमावर्ती इलाकों में जा रहे थे। इसके बाद सभी पुलिसकर्मियों ने अपनी पॉजिशन संभाली और जवाब में फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए। साऊथ कश्मीर के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एस पानी ने बताया कि पुलिस ने दो हथियार बरामद किए हैं और अभी आतंकियों की पहचान होना बाकी है।

इसके अलावा आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में पुलिस बलों पर दो हमले को अंजाम दिया, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी संसदीय उपचुनाव के लिए दौरे के पहले राज्य में हाई अलर्ट किया गया है। पहली घटना बड़गाम जिले में हुई। आतंकियों ने एक पुलिस उप निरीक्षक के आवास में घुस कर तोड़-फोड़ की और एक कार में आग लगा दी। आतंकी उसके पुत्र और भतीजे को बंधक बना कर ले गए। हालांकि आतंकवादियों ने बाद में दोनों को छोड़ दिया। तीन हफ्ते पहले ही आतंकी दक्षिण कश्मीर के शोपियां में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के घर में घुस गए थे और तोड़फोड़ की थी।

पुलिस ने बताया कि आतंकवादी जिले के मध्य कश्मीर के चंदूरा क्षेत्र स्थित उप निरीक्षक एम सुभान भट्ट के मकान में घुस गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार आतंकवादी कह रहे थे कि वह पुलिस अधिकारी की हत्या करना चाहते थे जो कि फिलहाल बरामूला जिला जेल में जेल में तैनात हैं जहां आंतकवादी से अलगाववादी नेता बने मसरत आलम बंद है। पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने बताया कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जेलों के महानिदेशक एस के मिश्रा ने बताया कि राज्य के विभिन्न जेलों में तैनात अपने जवानों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चत करने के लिए कल एक समीक्षा बैठक बुलाई है। दूसरी घटना में, जम्मू में मोटरसाइकिल-सवार तीन युवकों ने एक मौलवी के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) पर धारदार वस्तु से से हमला किया, उनकी आंखों में मिर्च का पाउडर फेंक दिया और उनकी एके-47 राइफल छीन ली। चेनानी-नाशरी सुरंग के उद्घाटन के लिए दो अप्रैल को शहर में प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए घटना के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

एक पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि अंजुमन मिनहाज-ए-रसूल के अध्यक्ष मौलाना देहलवी के पीएसओ, कांस्टेबल मोहम्मद हनीफ कल रात को जिला पुलिस लाइंस जा रहे थे तब उन पर हमला किया गया। हनीफ पैदल ही जा रहे थे। पुलिस ने मामले में दो संदिग्धों -मसूद और शाहिद- को हिरासत में लिया है जबकि एके-47 राइफल के साथ फरार होने वाले तीसरे आरोपी आसिफ की तलाश की जा रही है। मसूद शोपियां का रहने वाला है । तीनों पत्थरबाजी के मामले में शामिल रह चुका और पिछले कुछ समय से लापता है। घायल पुलिस कांस्टेबल को यहां गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में भर्ती कराया गया है।