जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। वहीं मुठभेड़ से कुछ देर पहले आतंकियों को सरेंडर करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने सरेंडर करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद सेना ने कार्रवाई करते हुए दोनों आतंकियों को मार गिराया।
आर्मी ने एक बयान जारी कर कहा, “कुलगाम जिले के अवहोटू गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में जम्मू कश्मीर पुलिस (कुलगाम) से विशिष्ट सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद भारतीय सेना द्वारा कुलगाम पुलिस और सीआरपीएफ के साथ 27 सितंबर को करीब 3.20 बजे एक घेरा बनाकर संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया था।”
इसी बीच सेना के एक अधिकारी और आतंकी के बीच एक वीडियो कॉल वायरल हो रही है। इस वायरल वीडियो में जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि कसम से, जिस तरह से सेना कश्मीर का समर्थन करती है, उसी तरह कश्मीर के लोग भी सेना का समर्थन करते हैं।
जब आर्मी के अधिकारी द्वारा आतंकी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, तो आतंकवादी ने पूछा कि क्या वह सेना से है? आतंकी के सवाल पर अधिकारी कहता है कि मित्र, मैं सेना से ही हूँ। मैं आपको आत्मसमर्पण करने के लिए कह रहा हूं। इसपर आतंकवादी जवाब देता है कि सर, मैं पहले से ही मौत के करीब हूं। आप मुझे तीन बार गोली मार देंगे। आप शायद एक मैगजीन खाली कर देंगे। इस पर सेना का अधिकारी कहता है कि नहीं, दोस्त, हम नहीं करेंगे। इसके बाद यह बातचीत समाप्त हो जाती है।
जब आतंकी सरेंडर करने से माना करते हैं, उसके बाद सेना ने कार्रवाई करते हुए दोनों आतंकियों को मार गिराया। बता दें कि दोनों आतंकियों की पहचान कुलगाम के वेलबतापुरा निवासी मोहम्मद शफी गनी और कुलगाम के टाकिया निवासी मोहम्मद आसिफ वानी उर्फ यावर के रूप में हुई है। दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के सदस्य थे।
बता दें कि मुठभेड़ के बाद आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किये गए हैं। दोनों आतंकियों के पास से दो AK-47 राइफल, हैंड ग्रेनेड और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किये गए हैं।