जम्मू कश्मीर में दो संदिग्ध आतंकियों ने शनिवार (25 मार्च) की रात को एक पुलिस कांस्टेबल से AK-47 छीन ली। हालांकि, अब दोनों को पकड़ लिया गया है। जिन लोगों को पकड़ा गया है उसमें से एक का नाम महरूल अहमद है। उसने ही अपने दूसरे साथी का नाम बताकर उसे पकड़वाया। दूसरे साथी का नाम आसिफ बताया जा रहा है। बंदूक वापस मिली है या नहीं यहा फिलहाल साफ नहीं है।
मौलाना की सुरक्षा में लगा है जवान: जिस जवान से बंदूक छीनी गई उसका नाम मोहम्मद हनीफ है। 50 साल के हनीफ अनजुमन मिनहाजी रसूल (एस) के मौलाना सय्यद अतहर देहलवी की सुरक्षा में लगे हुए हैं। वह पिछली शाम को ही जम्मू आए थे। देहलवी को उनके कमरे पर छोड़कर वह पैदल सड़क पर निकले थे। बिक्रम चौक के पास उनके साथ यह हादसा हुआ। घटना के दौरान हनीफ घायल हो गए। उन्हें पास के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
इस मामले पर देहलवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं से डरकर वह पाकिस्तान की पोल खोलने से पीछे नहीं हटेंगे। देहलवी पाकिस्तान के खिलाफ अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने पीएसओ के जल्दी स्वस्थ होने की भी प्रार्थना की।
इसके अलावा जम्मू में ही एक और घटना भी घटी। वहां आतंकी जम्मू कश्मीर पुलिस के डीसीपी (जेल) सुबहान भट्ट के घर में भी घुस गए। इतना ही नहीं वे लोग उनके दोनों बेटों को लेकर भाग भी गए थे और किसी को पीछा ना करने की धमकी दी थी। हालांकि, बाद में उन्होंने बच्चों को छोड़ दिया था। वे लोग भट्ट के भतीजे की गाड़ी लेकर भागे थे जिसमें उन्होंने आगे जाकर आग लगा दी थी।