Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को देर रात नजरबंद किए जाने के बाद कांग्रेस ने इसकी आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर के नेताओं की नजरबंदी (हाउस अरेस्ट) एक संकेत है कि सरकार अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए सभी लोकतांत्रिक मानदंडों और सिद्धांतों को धता बता रही है। उन्होंने कहा कि मैं इस हाउस अरेस्ट की निंदा करता हूं। वहीं शशि थरूर ने कहा कि उमर अब्दुल्ला आप अकेले नहीं हैं। हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर में सभ्य मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि संसद का सत्र अभी भी चल रहा है और हम वहां चुप नहीं बैठेंगे।

दरअसल, जम्मू-कश्मीर में तेज होती हलचल के बीच रविवार रात 12 बजे श्रीनगर में उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ धारा-144 भी लागू कर दी गई। मोबाइल इंटरनेट सेवा को भी रोक दिया गया है। ऐसे में पूरे देश की सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस समेत कई दलों ने इसका पुरजोर विरोध किया। कांग्रेस नेता ने रात में ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर में क्या चल रहा है? कोई गलत काम नहीं किए जाने के बाद भी क्यों इन नेताओं को रात भर गिरफ्तार किया गया? साथ ही उन्होंने कहा कि हम उमर अब्दुल्ला के साथ खड़े हैं। वहीं पी चिदंबरम ने कहा कि मैंने पहले ही जम्मू-कश्मीर में सरकार के दुस्साहसपूर्ण कार्य की चेतावनी दी थी। ऐसा लगता है कि सरकार यह सब करने के लिए पहले से ही मन बना चुकी है।

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बता दें कि घाटी के कई जिलों में सोमवार को प्रतिबंध लगाते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा कारणों से जम्मू-कश्मीर में स्कूल और कॉलेज में कक्षाओं को बंद कर दिया गया है और परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजौरी और किश्तवाड़ जिलों तथा रामबाण जिले के बनिहाल इलाके में रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं जम्मू और कश्मीर संभागों के कई जिलों में निषेधाज्ञा लागू की गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने सीआरपीसी की धारा144 के तहत श्रीनगर जिले में एहतियाती तौर पर रविवार देर रात प्रतिबंध लगाए। इस घटनाक्रम के बाद देश की सियासत में गर्मी साफ़ देखि जा सकती है।