जम्मू-कश्मीर में पिछले महीने की 5 तारीख को ऐतिहासिक बदलाव किया गया। केंद्र सरकार ने 70 साल पुराने आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म कर दिया और राज्य को दो हिस्सों में बांट कर यूटी बना दिया। घाटी में हालात ना बिगड़े इसलिए वहां कई तरह की पाबंदियां हैं। इंटरनेट, फोन की सेवाएं ना के बराबर हैं। कुछ पाबंदियां हटाई भी गई हैं लेकिन कोई नहीं जानता की हालात कब तक सामान्य होंगे। इस ऐतिहासिक कदम को 30 महीने हो गए हैं। इस दौरान कश्मीर में और उससे जुड़ी 30 बड़ी घटनाओं के बारे में हम आपको अवगत कराना चाहते हैं।
5 अगस्तः जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का ऐलान- संसद में 5 अगस्त को मोदी सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक बिल पेश किया। राज्यसभा में उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश करते हुए आर्टिकल 370 में संशोधन का ऐलान किया। इसी के साथ जम्मू-कश्मीर दो हिस्सों में बंट गया। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के साथ केंद्र शासित राज्य बना और लद्दाख अलग से यूटी के दायरे में आ गया। 70 साल पहले जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष दर्जा इस बिल के राज्यसभा में पारित होते ही खत्म हो गया। एक दिन पहले यानी 4 अगस्त को ही घाटी में महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला जैसे नेताओं को डिटेन कर लिया गया था।
6 अगस्तः लोकसभा में भी बिल पेश- शाह ने निचले सदन में जम्मू कश्मीरी पुनर्गठन विधेयक 2019 और जम्मू कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक 2019 सदन में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया। शाम तक विधेयक चर्चा के बाद पारित भी हो गया। इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मामले में यूएन की बात कर दी जिसके बाद उन्होंने सफाई भी दी थी। यहीं शाह ने कहा था, ‘जम्मू-कश्मीर में पीओके भी आता है और इसके लिए जान भी दे देंगे।’

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7 अगस्तः जम्मू-कश्मीर में बदलाव को मंजूरी- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने को मंजूरी दी।
8 अगस्तः घाटी में मौजूद रहे डोभाल- 370 हटाए जाने के बाद NSA अजीत डोभाल घाटी में मौजूद रहे। उन्होंने वहां जवानों और पुलिस वालों से बात की। सड़कों पर उतर कर हालात का जायजा लिया। लोगों के साथ सड़कों पर चाय पीते, खाना खाते तस्वीरें भी सामने आईं। इस पर कांग्रेस ने कहा था कि ‘पैसे देकर आप किसी को भी साथ ले सकते हो।’ वहीं, इसी दिन पाकिस्तान ने सुरक्षा का हवाला देते हुए समझौता एक्सप्रेस रोकने का ऐलान कर दिया। इमरान खान ने कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की मांग की। इधर, पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। कहा कि घाटी के हित में ये फैसला लिया गया। विकास में बाधक आर्टिकल को दूर किया गया। वहां रोजगार आएगा। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
9 अगस्तः अलगाववादियों को किया गया घाटी से दूर- लगभग 25 अलगाववादियों को विमान के जरिए श्रीनगर से आगरा ले जाया गया। इस समूह में शामिल अलगाववादी पथराव संबंधी घटनाओं में शामिल रहे हैं और उनका इतिहास गड़बड़ी पैदा करने का रहा है। वे कश्मीर घाटी में अलगाववादी समूहों के कथित सक्रिय सदस्य रहे हैं। वहीं, लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, डी राजा को श्रीनगर हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया गया और शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। गुलाम नबी आजाद को भी श्रीनगर से ही लौटा दिया गया।

10 अगस्तः पाबंदियों में कुछ राहत- जम्मू के पांच जिलों में स्कूल-कॉलेज खुले। कश्मीर में मीडिया पर लगी पाबंदी हटाने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की गई। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से चिंताजनक खबरें आ रही हैं और वहां के हालात के बारे में पीएम मोदी को देश को पूरी पारदर्शिता के साथ बताना चाहिए। वहीं, जम्मू-करगिल क्षेत्र में हालात सामान्य की ओर बढ़े, घाटी में भी शांति का माहौल देखने को मिला।
11 अगस्तः चिदंबरम ने कहा- मुस्लिम बहुल होने के कारण हटा 370- इस बीच, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक बयान दिया कि जम्मू-कश्मीर मुस्लिम बहुल राज्य है। इस कारण बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने वहां से आर्टिकल 370 हटाने का फैसला लिया। इधर, सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने लोगों के लिए नया नंबर जारी किया। यह नंबर खासकर कश्मीर के उन लोगों के लिए है, जिन्हें अपने परिवार के लिए मदद चाहिए या जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद जो मुश्किल में हैं। इसे ‘मददगार’ का नाम दिया गया।
12 अगस्त: शांति से मनी ईद- जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्वक ईद का त्योहार मनाया गया। इस दौरान सुरक्षा में ढील दी गई और बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने के लिए बाहर निकले। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कई मस्जिदों में मिठाई बांटी और स्थानीय लोगों को ईद की बधाई दी,बारामूला की जामिया मस्जिद में करीब 10 हजार लोगों ने नमाज अदा की, वहीं जम्मू के ईदगाह में 4,500 से अधिक लोगों ने नमाज अदा की। इस बीच,जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा संबंधी टिप्पणी के बारे में कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विमान भेजेंगे। वहीं, चीन दौरे पर विदेश मंत्री कहा कि जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने का असर चीन के साथ सीमा पर नहीं पड़ेगा।
13 अगस्तः SC ने दिया केंद्र सरकार को समय- कश्मीर में हालात को लेकर दायर याचिकाओं की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा- सरकार को राज्य में हालात सामान्य करने के लिये समुचित समय दिया जाना चाहिए। इधर, राहुल ने कहा कि उन्हें सिर्फ कश्मीर जाने की इजाजत दी जाए, उन्हें विमान की जरूरत नहीं है। इधर, सेना प्रमुख ने कहा- LOC पार से आने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हम तैयार हैं।
14411 Restored:#Kashmiri students and general public residing in Kashmir or outside can contact #CRPF Madadgaar on 24×7 toll free number 14411 for speedy assistance.@HMOIndia @JKZONECRPF @jammusector @crpf_srinagar @CRPFmadadgaar pic.twitter.com/w9d1ZHYzGl
— CRPF (@crpfindia) August 12, 2019
14 अगस्तः शाह फैसल की गिरफ्तारी- जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के अध्यक्ष और पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया। फैसल विदेश जा रहे थे। उन्हें फिर श्रीनगर भेज दिया गया और नजरबंद कर दिया गया। इधर, जम्मू-कश्मीर में परिसीमन को लेकर चुनाव आयोग ने चर्चा शुरू की।

15 अगस्तः स्वतंत्रता दिवस पर घाटी में सामान्य रहे हालात- राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में तिरंगा फहराया। इधर, चीन ने कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की। यूएन ने बंद कमरे में लिया चर्चा का फैसला। वहीं इसी दिन पाक ने पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास संघर्षविराम का उल्लंघन किया।
16 अगस्तः 12वें दिन पाबंदिया जारीं- कश्मीर में लगातार 12वें दिन बंद रहा। हालांकि अधिकारियों ने श्रीनगर में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों में ढील दे दी। सुरक्षाबलों की तैनाती पहले की तरह ही है पर लोगों को शहर के आसपास और अन्य शहरों में आवाजाही की अनुमति दी गई। वहीं, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि कश्मीर से पाबंदियां धीरे-धीरे हटाई जा रही हैं। इधर, पाकिस्तान से तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- भारत परमाणु बम के पहले इस्तेमाल न करने के संकल्प पर पहले की तरह कटिबद्ध है।
17 अगस्तः पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर- पाकिस्तान ने 17 अगस्त को एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम चौकियों और गांवों में मोर्टार दागे और छोटे हथियारों से गोलीबारी की। इधर, कश्मीर के 35 पुलिस थाना इलाकों में पाबंदियों में ढील दी गई है जबकि घाटी में कुल 96 टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 को बहाल कर दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों को अपने-अपने कार्यालयों में जाने देने के लिए पाबंदियों में ढील दी गई। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से बातचीत की।
18 अगस्तः पूर्व अफसरों ने उठाई आवाज- पूर्व सैन्य अफसरों और सेवानिवृत्त नौकरशाहों के एक समूह ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और इस पर राष्ट्रपति के आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। हज से कश्मीर पहुंचे श्रद्धालु।
19 अगस्तः बौखलाया पाकिस्तान- पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की ओर से कथित संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर गौरव अहलूवालिया को तलब किया। वहीं, कश्मीर में सोमवार को प्रतिबंधों में और ढील दिए जाने पर कई स्कूलों में शिक्षक तो पढ़ाने पहुंचे लेकिन वहां ज्यादा छात्र नहीं दिखे। पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत हुई। इधर, पुंछ और रावलकोट के बीच नियंत्रण रेखा के पार चलने वाली साप्ताहिक बस निलंबित कर दी गई। ऐसा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की ओर से सेवा बंद करने के परोक्ष निर्णय के बाद किया गया।
20 अगस्तः बैरिकेड हटाए गए- श्रीनगर शहर के व्यावसायिक केंद्र लाल चौक पर घंटाघर के आसपास बैरिकेड 15 दिन बाद हटा लिये गये। इस व्यावसायिक केन्द्र पर लोगों और वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी गई। वहीं, पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया। इस बीच, कश्मीर के बारे में पोस्ट करने के कारण पाकिस्तानियों के करीब 200 अकाउंट्स पर रोक लगाने वाले ट्विटर ने पक्षपात करने के इस्लामाबाद के आरोपों से इनकार कर दिया। साथ ही पाकिस्तान ने कहा कि वह कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत में उठाएगा।
21 अगस्तः मुठभेड़ में मारा गया आतंकी- बारामूला मुठभेड़ में लश्कर का आतंकवादी, एसपीओ मारे गए। अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने के बाद हुई पहली मुठभेड़ की पृष्ठभूमि में राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवादियों पर दबाव बढ़ाने तथा उन्हें अलग-थलग करने के लिए आतंकवाद-रोधी अभियान जारी रहेंगे।
22 अगस्तः पोस्टर लगाए जाने के बाद फिर पाबंदियां- अलगाववादियों द्वारा संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक मार्च निकाले जाने संबंधी पोस्टर शहर में नजर आने के बाद प्रशासन ने श्रीनगर में पाबंदियां लगा दीं। इस बीच, कश्मीर को लेकर इमरान खान ने अपने कोर ग्रुप की बैठक की।
23 अगस्तः राहुल ने किया कश्मीर जाने का ऐलान- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता शनिवार को कश्मीर का दौरा करेंगे और अनुच्छेद 370 के प्रमुख प्रावधानों को हटाए जाने के बाद वहां की स्थिति का जायजा लेंगे।
24 अगस्तः राहुल को श्रीनगर में ही रोका गया- राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को राज्य प्रशासन ने शनिवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी तथा प्रतिनिधिमंडल को वापस दिल्ली लौटना पड़ा। 20 दिन बाद राहुल गांधी ने श्रीनगर जाने की कोशिश की लेकिन उन्हें एयरपोर्ट पर रोक दिया गया।
25 अगस्त- विकास परियोजनाओं का ऐलान- 25 अगस्त को केंद्र ने राज्य के लिए 85 विकास योजनाओं की शुरुआत की। इनमें प्रधानमंत्री किसान योजना, प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना और स्टैंड-अप इंडिया जैसी योजनाएं शामिल हैं।
26 अगस्तः ट्रंप के सामने मोदी ने रखी स्पष्ट बात- G7 समिट (जी-7 शिखर सम्मेलन) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। जम्मू और कश्मीर मसले पर दोनों (भारत-पाकिस्तान) मुल्कों के बीच मामला सुलझाने के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव रख चुके ट्रंप की बात को पीएम मोदी ने खारिज कर दिया। मोदी ने साफ कर दिया कहा- कश्मीर द्विपक्षीय मसला है। इधर, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को दौरे के निमंत्रण दिया था लेकिन कांग्रेस नेता ने इस पर राजनीति की। घाटी के कई जिलों में स्कूल खोले गए। हालात सामान्य होने की ओर बढ़े।
27 अगस्तः फैसल पर लोगों को भड़काने का आरोप- IAS से नेता बने शाह फैसल की हिरासत को उचित ठहराते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय में कहा कि उन्होंने देश की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ श्रीनगर हवाई अड्डे पर जमा लोगों को भड़काया। इधर, कश्मीर पर परेशान पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत-अफगान व्यापार के लिए जमीनी मार्गों को बंद करने पर विचार कर रहा है।
28 अगस्त- मिलेंगी सरकारी नौकरियां, रूस ने किया समर्थन- जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने 50 हजार नई भर्तियों की घोषणा की। राज्यपाल ने एक बयान में कहा- राज्य के लोगों की पहचान और संस्कृति सुरक्षित रहेगी। इधर, रूस ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिये जाने को भारत का संप्रभु निर्णय एवं अंदरूनी मामला बताया और कहा कि इस मुद्दे पर रूस का रुख 100 फीसदी भारत के रुख के समान है।
29 अगस्तः आतंकवादियों ने की दुकानदार की हत्या- श्रीनगर शहर की बाहरी सीमा में आतंकवादियों ने एक दुकानदार की गोली मार कर हत्या कर दी। इधर, विदेश मंत्रालय ने जम्मू- कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करने के भारत के अंदरूनी मामलों के बारे में पाक नेतृत्व के अति गैर-जिम्मेदाराना बयानों की कड़ी निंदा की।
30 अगस्तः समर्थन के लिए भटक रहे पाकिस्तान- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर में घटनाक्रमों पर चर्चा करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के शहजादे मोहम्मद बिन जायद से फोन पर बातचीत की। बता दें कि यूएन, अमेरिका और कई मुस्लिम देशों ने भी पाकिस्तान को भाव नहीं दिया है। इधर, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर माकपा नेता सीताराम येचुरी ने श्रीनगर का दौरा किया। वहीं, सेना प्रमुख ने दौरा कर घाटी में सुरक्षा हालातों का जायजा भी लिया।
31 अगस्तः टूरिज्म को गहरा धक्का लगा- 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाने के बाद, पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित है। इस वजह से पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कश्मीर 5 अगस्त के बाद करीब एक महीने से अप्रत्याशित पाबंदियों से जूझ रहा है जिससे आम जनजीवन प्रभावित है और बाजार बंद हैं तथा सार्वजनिक परिवहन के साधन सड़कों से नदारद हैं। इधर, जम्मू-कश्मीर के 575 युवक एक साल का कठोर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सेना में शामिल हो गए।
1 सितंबरः विदेश जाने पर रोक- दिल्ली के हवाई अड्डे पर एक कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता को विदेश जाने से रोका गया। इसी तरह फैसल को भी रोक कर श्रीनगर भेज दिया गया था। इधर, राज्यपाल ने लेह में लद्दाख महोत्सव का उद्घाटन किया। इसी दिन पुंछ में पाकिस्तानी गोलीबारी में एक जवान के शहीद होने की भी खबर आई।
2 सितंबरः घाटी में घुसपैठिए गिरफ्तार, नरम पड़े इमरान- सेना ने दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वे नियंत्रण रेखा से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कर रहे थे। इधर, कश्मीर को लेकर दोनों पड़ोसी देशों में तनाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनका देश कभी भी भारत के साथ युद्ध शुरू नहीं करेगा। मालदीव में स्पीकर्स के एक सम्मेलन में पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की, जिसे बुरी तरह नकार दिया गया। वहीं, माकपा नेता येचुरी ने कश्मीर दौरे की रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय में हलफनामा के रूप में पेश की।
3 सितंबरः सरपंचों का होगा बीमा, मिलेगी पुलिस सुरक्षा- जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से खतरे का सामना करने वाले सभी पंचों और सरपंचों को पुलिस सुरक्षा के साथ ही दो-दो लाख रुपये का बीमा कवरेज मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह आश्वासन जम्मू-कश्मीर के सरपंचों और पंचों के एक प्रतिनिधिमंडल को दिया। इधर, सेना में भर्ती की सात दिवसीय रैली शुरू हुई जिसमें विभिन्न जिलों के 29 हजार से अधिक युवाओं ने पंजीकरण करवाया। साथ ही सरकार ने दावा किया कि धारा 144 अब सिर्फ 13-14 थाना इलाकों में रह गई है।
4 सितंबरः कई राज्य श्रीनगर में पर्यटन केंद्र खोलने की तैयारी में कर्नाटक सरकार ने कहा कि उसने जम्मू-कश्मीर में एक होटल और पर्यटन केन्द्र बनाने की योजना तैयार की है। एक दिन पहले महाराष्ट्र सरकार ने कहा था कि श्रीनगर में वे जल्द ही अपना गेस्ट हाउस बनाएंगे। इधर, कश्मीर में प्रेस क्लब द्वारा घाटी में ‘अप्रत्याशित संचार पाबंदी’ को लेकर गंभीर चिंता प्रकट की गई।