Yogi Government: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बेहतर कानून व्यवस्था (Law and Order) को कायम रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) नए फैसले लेते रहते हैं। पिछले महीने लखनऊ में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर उन्होंने कहा था कि पिछले 5 सालों में 166 अपराधी मारे गए हैं, 4,453 अपराधी घायल हुए हैं और 4,400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है।

अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत, यूपी सरकार ने 5 कद्दावर नेताओं पर शिकंजा कसा है। पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और मोहम्मद आजम खान पर कई मुकदमे चल रहे हैं। दो और नेता पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला और यूपी के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी पर भी पुलिस कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों इनमें से चार नेताओं और उनके परिवार के सदस्यों की भूमिका की जांच कर रहा है। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि राजनीतिक बदले की भावना से नेताओं को परेशान किया जा रहा है। आईए जानते हैं किस नेता पर चल रहे कितने मुकदमे-

हाजी याकूब कुरैशी

31 मार्च को, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने याकूब कुरैशी और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा चलाए जा रहे एक मांस कारखाने पर छापा मारा था। छापेमारी इस गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी कि कारखाने में बिक्री के लिए घटिया गुणवत्ता का मांस पैक किया जा रहा है। याकूब और उसके दो बेटों, इमरान कुरैशी और फिरोज कुरैशी, एवं पत्नी संजीदा बेगम सहित उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

मामले के जांच अधिकारी व किठौर थाने के एसएचओ अरविंद मोहन शर्मा ने कहा कि याकूब और उसका बेटा फिरोज फरार हैं, जबकि उसकी पत्नी संजीदा को मामले में जमानत मिल गई है।

मोहम्मद आजम खान

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से 10 बार विधायक रहे मोहम्मद आजम खान को पिछले महीने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के मामले में तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। यूपी पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, 2017 में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से आजम खान के खिलाफ 83 मामले दर्ज किए गए। इनमें भूमि हड़पने, धोखाधड़ी और आपराधिक अत्याचार सहित विभिन्न आरोपों में मामले शामिल हैं। पुलिस ने आजम खान के बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ भी करीब 41 और उनकी पत्नी फातिमा तंजीन के खिलाफ 32 मामले दर्ज किए। विभिन्न मामलों में कार्रवाई के चलते आजम करीब 27 महीने जेल में बंद रहे। इस साल मई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के बाद वह सीतापुर जेल से बाहर आ गए।

हाजी इकबाल उर्फ बाला

हाजी इकबाल सहारनपुर के एक प्रमुख व्यवसायी हैं। पुलिस का दावा है कि वह खनन समेत कई अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। अगस्त में उन पर उनके तीन बेटों मोहम्मद अफजल, जावेद और अलीशान एवं भाई महमूद अली पर एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया गया था। वह फिलहाल फरार हैं, जबकि उसके चार बेटे और छोटा भाई महमूद अली जेल में बंद हैं।

यूपी पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, हाजी इकबाल के खिलाफ कुल 31 मामले दर्ज हैं। ये मामले जालसाजी, आपराधिक धमकी, डकैती और आपराधिक साजिश से जुड़े हैं। उन पर यूपी गैंगस्टर्स एक्ट के तहत भी दो बार मामला दर्ज किया गया है।

अतीक अहमद

समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक धमकी, आर्म्स एक्ट और यूपी गैंगस्टर्स एक्ट सहित 99 मामले दर्ज हैं। साल 2019 में अतीक पर देवरिया जिला जेल के अंदर लखनऊ के एक व्यवसायी मोहित जायसवाल के साथ कथित तौर पर मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया था।

पीड़ित का आरोप था कि 26 दिसंबर 2018 को उसे लखनऊ से अगवा कर देवरिया जेल ले जाया गया, जहां अतीक और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट की। जनवरी, 2019 में अतीक, उसके बेटे मोहम्मद उमर और अन्य के खिलाफ लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, यूपी गैंगस्टर्स एक्ट के तहत अतीक और उसके परिवार के सदस्यों की 350 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है। वहीं, जिला प्रशासन ने अतीक और उसके साथियों की करीब 751 करोड़ रुपये की जबरन कब्जे वाली संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया है।

मुख्तार अंसारी

गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी कई सालों से सलाखों के पीछे हैं। यूपी पुलिस के रिकॉर्ड से पता चलता है कि मुख्तार के खिलाफ कुल 59 मामले दर्ज किए गए हैं। जेल के अंदर से तीन बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले पांच बार के विधायक मुख्तार ने 2022 का यूपी चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि, उनके बेटे अब्बास अंसारी मऊ सदर सीट से मैदान में उतारा गया था। मुख्तार फिलहाल बांदा जिला जेल में बंद है। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने अब्बास को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था। एजेंसी इससे पहले इसी मामले में अब्बास के मामा आतिफ रजा को गिरफ्तार कर चुकी है।