पेट्रोल-डीजल समेत आम जरूरतों की चीजों में लगातार महंगाई को लेकर विपक्ष सड़क पर उतरकर विरोध कर रहा है। कांग्रेस की युवा इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ मंगलवार को नई दिल्ली में पेट्रोलियम मंत्रालय के निकट प्रदर्शन किया। भारतीय युवा कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ताओं ने सड़क पर चूल्हा रखकर रोटियां सेंकी और अपना विरोध दर्ज कराया।

संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए ‘सिलेंडर की अर्थी’ भी निकाली। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘महिलाएं सड़कों पर हैं, स्मृति ईरानी कहां हैं?’’ उन्होंने कहा कि सरकार को बढ़ी हुई कीमतें तत्काल वापस लेनी चाहिए।

इन विरोध प्रदर्शनों को लेकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कमेंट किए तथा भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की याद दिलाते हुए कहा कि वे भी इसी तरह कांग्रेस शासन में महंगाई का विरोध करती थीं। सुनील कुमार @Sunilkumar94204 नाम के यूजर ने लिखा, “चूल्हे की लकड़ी मुफ़्त नही मिलती। 30 रु किलो है। पेड़ काटेंगे और पर्यावरण को नुकसान होगा। प्रदूषण होगा वो अलग। खुद कांग्रेस गैस कनेक्शन दे नही पाई पुराने युग मे ले जाना चाहती है। यही सन्देश है चूल्हे पर रोटी बनाने का।”

चंदन@ChandanAnIndian नाम के यूजर ने कहा, “चूल्हे पर बनाईं रोटियां”, क्यो इन्हे उज्जवला योजना में सिलेंडर नही मिला क्या। देश के लोग कई सालो से चूल्हे पर ही रोटियां बना रहे है, वो भी तब से जब सब राज्यो में सिर्फ कांग्रेस ही एक मात्र पार्टी थी। आज कांग्रेसी सड़को पे राजनीतिक रोटियां बना रहे है। कही ये 2024 की तैयारी तो नही।”

अभिषेक कौशिक @abkaushik91adv नाम के एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “घर-घर गैस राशन पहुंच रहा है। शायद ये कांग्रेस का हाल है। इनका ही हुक्का-पानी बंद हो गया है हर जगह।” इससे पहले कांग्रेस और वामपंथी दलों ने मंगलवार को राज्यसभा में केंद्रीय श्रमिक संगठनों की दो दिवसीय आम हड़ताल का मुद्दा उठाया और सरकार से उनकी मांगों को संज्ञान में लेते हुए सकारात्मक रुख अपनाने और उनसे संवाद करने की गुजारिश की।

सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और उसके बाद नियम 267 के तहत मुद्दे उठाने की अनुमति वाले नोटिस का उल्लेख करते हुए कहा कि इन मुद्दों को इनसे जुड़े विषयों पर सदन में होने वाली चर्चा के दौरान उठाया जा सकता है।