भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक और अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिलने पर राजनीतिक नेताओं ने बयानबाजी शुरू कर दी। दरअसल अभिजीत पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र की उस योजना की रूपरेखा बनाने वालों में शामिल रहे हैं, जिसे पार्टी ने ‘NYAY’ नाम से गरीबी खत्म करने वाली बताई थी। इस मामले में पहला बयान आया बीजेपी सांसद अनंत हेगड़े ने कहा, “वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो महंगाई बढ़ाने और कर की दरों में इजाफा करने की सिफारिश की थी। उधर, बीजेपी के यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा की तमिलनाडु इकाई के उपाध्यक्ष एसजी सूर्या ने दावा किया है कि अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिलता ही नहीं है।

बीजेपी नेता हेगड़े ने कसा तंज : हेगड़े ने ट्वीट किया,  “हां, वह आदमी जिसने महंगाई बढ़ाने और पप्पू के माध्यम से कर की दरों में इजाफा करने की सिफारिश की थी, उसे 2019 के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। उन्होंने राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया जिन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले अर्थशास्त्रियों को साथ में लिया। अभिजीत उस टीम के हिस्सा थे, जिसने कांग्रेस की न्यूनतम आय योजना (NYAY) को बनाया था।”  बनर्जी को नोबेल पुरस्कार के लिए नाम घोषित होने पर बधाई देते हुए राहुल गांधी ने बताया कि सैद्धांतिक न्याय में मदद करने वाला अर्थशास्त्री है।  कहा, “अभिजीत ने सैद्धांतिक न्याय दिलाने में मदद की, जिसमें गरीबी खत्म करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की शक्ति है। इसकी बजाए हमारे पास मोदीनामिक्स है, जो अर्थव्यस्था को खत्म कर रही है और गरीबी को बढ़ा रही है।”

National Hindi News, 15 October 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

बीजेपी नेता अनंत हेगड़े का ट्वीट (फोटो सोर्स- ट्वीटर एकाउंट)

राहुल गांधी को भी दिया जवाब : बीजेपी के आईटी विभाग के मुखिया अमित मालवीय ने तुरंत इसका जवाब दिया, कहा ” यह नोट किया जाना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह जानते हुए भी कि वह आलोचक रहे हैं, बिना किन्तु-परन्तु किए बनर्जी को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि राहुल गांधी अभिजीत के नोबेल पुरस्कार का राजनीतिकरण ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसका इस्तेमाल पीएम मोदी पर हमले में भी कर रहे हैं। मैं जानता हूं कि यह कठिन है, लेकिन राहुल शायद कभी सीखेंगे।” पीएम मोदी ने अभिजीत को बधाई देते हुए कहा था, उन्होंने गरीबी खत्म करने के क्षेत्र में प्रशंसनीय योगदान दिया है। उन्होंने एस्तेय डिफ्लो और माइकल क्रेमर को प्रतिष्ठित नोबेल जीतने पर बधाई दी।

सूर्या ने उठाया सवाल : बीजेपी के यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा की तमिलनाडु इकाई के उपाध्यक्ष एसजी सूर्या ने ट्वीट किया, “अर्थशास्त्र कैटेगरी में नोबेल पुरस्कार नहीं है। अभिजीत को जो मिला है वह अर्थशास्त्र विज्ञान के लिए अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाने वाला पुरस्कार है, इसके लिए उन्हें बधाई दीजिए।” उन्होंने इस ट्वीट के साथ नोबेल पुरस्कार की ऑफिशियल वेबसाइट की एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। इसके मुताबिक अर्थशास्त्र विज्ञान के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार नोबेल पुरस्कार नहीं है। स्वेरिजेस रिक्सबैंक (स्वीडन की सेंट्रल बैंक) द्वारा 1968 में इसकी शुरुआत की गई थी।