यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के नेताओं के यहां चल रहे इनकम टैक्स के छापे अब खत्म हो गए हैं। पिछले चार दिनों से यूपी के कई शहरों में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ये रेड चल रही थी। इसे लेकर राज्य में राजनीति भी गरमा गई थी।

इस छापे को लेकर अब जो खबर सामने आ रही है उससे इनकम टैक्स विभाग की किरकिरी हो सकती है। मिली जानकारी के अनुसार चार दिनों तक चले इस छापे में आयकर विभाग के हाथ कोई बडी रकम या दस्तावेज हाथ नहीं लगे हैं। आईटी ने लखनऊ में राहुल भसीन और नीटू यादव, आगरा और मैनपुरी में मनोज यादव और मऊ में राजीव राय के ठिकानों पर छापेमारी की थी। ये सभी लोग सपा से जुड़े हुए हैं।

जानकारी के अनुसार राजीव राय के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा करीब 16 घंटे तक चला। इस दौरान उनके हाथ सिर्फ 17 हजार रुपये लगे। छापेमारी खत्म होने के बाद सपा नेता ने बताया कि बेंगलुरु समेत उनके करीब चार-पांच ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग ने एक साथ छापा मारा था। कुल मिलाकर उनके पास से 17 हजार रुपये मिले, इसके अलावा सभी कर्मचारियों को मिलाकर उनके पास से 50 हजार रुपये मिले।

इसी तरह नीटू यादव के घर पर भी इनकम टैक्स के अधिकारियों ने घंटों खाक छाना। इसके बाद भी उनके पास से सिर्फ 1.02 लाख कैश और 400 ग्राम सोना बरामद हुआ। बाकी नेताओं के पास से भी इनकम टैक्स के अधिकारियों को ज्यादा कुछ हाथ नहीं लगा है। जिस तरह से रेड करने के लिए आयकर विभाग की टीम चुपचाप आई थी, उसी तरह से चार दिन बाद रेड खत्म करके वापस चली गई।

आयकर विभाग की तरफ से इस छापे के बारे में अभी किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है। वहीं इस छापे के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को दोषी ठहराया है। उनका कहना है कि हार सामने देखकर बीजेपी बौखला गई है और सपा को परेशान करने के लिए ऐसे छापे डलवा रही है। उन्होंने ये भी कहा कि अभी तो इनकम टैक्स विभाग ही आया है, आगे ईडी और सीबीआई भी आ सकती है।