उत्तर प्रदेश के रामपुर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने अपने एक पदाधिकारी के साथ पुलिस स्टेशन में हुई अभद्रता के मुद्दे पर हंगामा कर दिया। यह घटना गुरुवार की बताई जा रही है, जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। उधर मुरादाबाद में जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ ब्लॉक प्रमुख बनने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच ही विवाद शुरू हो गया, जो कि थाने तक पहुंचा। आलम यह रहा कि कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन में ही उलझ गए और एक-दूसरे को पीटने लगे।
रामपुर की घटना पटवाई गांव की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब के एक गांव नरखेड़ी के पूर्व प्रधान और विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष भगवत शरण एक महिला की दहेजा हत्या की घटना पर हो रही पुलिस कार्रवाई का ब्योरा लेने के लिए पटवाई थाने गए थे। आरोप है कि यहां पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की और उन्हें मारपीट कर हवालात में बंद कर दिया। इस बीच उनको जानने वालों ने विहिप और बजरंग दल को फोन कर दिया, जिस पर दोनों ही संगठनों के कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन पहुंच गए।
पुलिस ने मांगी माफी, तब शांत हुआ मामला: बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचने के साथ ही थाना परिसर में शांतिपूर्ण धरना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया। एक के बाद एक लोगों की बढ़ती संख्या देख पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की और पटवाई थाना प्रभारी ने खुद कार्यकर्ताओं से माफी मांग ली। इसके बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता लौट गए।
दूसरी तरफ मुरादाबाद में पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव तक को लेकर खींचतान शुरू हो गई। पार्टी नेताओं के बीच गुटबाजी भी साफ नजर आने लगी, जिसका नतीजा यह हुआ कि गुरुवार को भाजपा के दो गुटों के कार्यकर्ता जबरदस्त तरीके से एक-दूसरे से भिड़े। दोनों गुटों की लड़ाई थाने तक पहुंची और यहां भी कार्यकर्ता गाली-गलौज के साथ एक-दूसरे पर टूट पड़े। इस दौरान पुलिस मूक-दर्शक बन कर खड़ी रही। फिलहाल इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज हुई हैं।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराए केस?: मुरादाबाद के एसपी सिटी अमित कुमार के मुताबिक, भाजपा नेताओं ने टोल प्लाजा में लूट के एक मामले में एक-दूसरे के पक्षों पर आरोप लगाया था। इसमें केस दर्ज कराया गया, तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को उठा लिया। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने फिर थाने में मारपीट की, जिस पर एक तीसरा केस बनाया। बताया गया है कि इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने पहुंचे, लेकिन उनके साथ भी अभद्रता हुई, जिस पर वे उठकर चले गए।