उत्तर प्रदेश में योगी सरकार चाहे कितने ही अपराध मुक्त माहौल की घोषणा कर ले, लेकिन आए दिन पुलिस कार्रवाई की तौहीन करने में शासन से जुड़े लोगों के नाम ही सामने आ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी के कानपुर से आया है, जहां एक गेस्ट हाउस के बाहर भाजपा नेता और उसके समर्थकों ने पुलिस पर हमला कर 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा लिया।

पुलिस के साथ ही हुई धक्का-मुक्की: बताया गया है कि यह हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह भाजपा दक्षिण कमेटी के जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया के जन्मदिन की पार्टी के लिए पहुंचा था। जब पुलिस को उसके आने की सूचना मिली, तो एक चौकी की टीम उसे पकड़ने के लिए भेजी गई। पुलिस ने सफलतापूर्वक गेस्ट हाउस से हिस्ट्रीशीटर को पकड़ भी लिया। लेकिन जीप में बिठाते ही भाजपा नेता और उसके समर्थकों ने पुलिस जीप को घेर लिया और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। धक्का-मुक्की के दौरान मनोज को जबरन जीप से उतार लिया गया और फरार होने में मदद की गई। इस दौरान नेता के कई समर्थक पुलिस जीप के सामने भी लेट गए।

पुलिस ने अब इस मामले में चौकी प्रभारी की तहरीर पर 9 नामजद और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। दूसरी तरफ भाजपा नेता समेत 30 लोगों के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ है। इन लोगों पर बलवा, लोकसेवक को भय दिखाकर बाधा डालने, जानबूझकर लोकसेवक को चोट पहुंचाने, आरोपित कार्य में बाधा पहुंचाने, लोकसेवक के आदेश को न मानने और एपिडेमिक ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

भाजपा नेता बोले- हमने नहीं छुड़ाया, पुलिस बोली वीडियो में वही दिख रहे: अपने ऊपर लगे आरोपों पर भाजपा नेता नारायण भदौरिया का दावा है कि उस समय वह वहां नहीं थे और न ही उनका इस घटना से कोई संबंध हैं। हालांकि, पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने से जुड़ा जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ है कि भाजपा नेता खुद अपराधी को छुड़ा रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि अपराधी को छुड़ाने में शामिल सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।