कासगंज हिंसा को लेकर सामने आए नए वीडियो में चौंकाने वाली बात सामने आई है। वीडियो से पता चला है कि हिंसक झड़प से पहले मुस्लिम इलाके में तिरंगा फहराने की योजना थी। यह वीडियो गणतंत्र दिवस से ठीक पहले शहर के वीर अब्‍दुल हमीद चौक का है। वीडियो में तिरंगा यात्रा के लिए आए बाइक सवार युवाओं की स्‍थानीय लोगों के साथ झड़प होती भी दिख रही है। सीसीटीवी फुटेज में गणतंत्र दिवस के मौके पर सुबह तकरीबन 10 बजे लोग इकट्ठा होते और कुछ देर बाद ही दूसरी तरफ जाते दिखे। अगले कुछ पलों में वहां मौजूद लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई। लोग एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकने लगे। इस घटना के बाद अचानक से वहां अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था। ‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक, वीर अब्‍दुल हमीद चौक के आसपास रहने वाले स्‍थानीय लोगों ने बताया कि यह पहला मौका था जब तिरंगा यात्रा में शामिल लोग इस क्षेत्र में आए थे। आमतौर पर वे लोग मुख्‍य सड़क से होकर गुजरते थे। चौक से लगते इलाके काफी संकड़े हैं। वीडियो फुटेज में स्‍थानीय लोगों द्वारा युवाओं को समझाने-बुझाने का प्रयास करते हुए भी देखा जा सकता है। सांप्रदायिक हिंसा की छानबीन में जुटे पुलिस अधिकारी फुटेज की जांच-पड़ताल कर रहे हैं, ताकि घटनाक्रम के तार को जोड़ जा सके।

कासगंज में चंदन गुप्‍ता की मौत के बाद हालात और बिगड़ गए थे। हिंसक झड़प की घटनाएं शहर के एक इलाके से दूसरे इलाकों में फैल गई थीं। व्‍यापक पैमाने पर संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। साथ ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई। चंदन गुप्‍ता के अंतिम संस्‍कार में भाजपा सांसद और विधायकों ने शिरकत की थी। केंद्रीय मंत्री भी कासगंज जाने की कोशिश में थीं, लेकिन स्‍थानीय प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। हालांकि, कुछ दिनों पहले तेलंगाना से भाजपा विधायक कासगंज पहुंचे थे। उन्‍होंने इलाके के सभी घरों की तलाशी लेने की बात करते हुए कहा था क‍ि यहां के हर मुस्लिम घर से एके-47 निकलेगा। इसके अलावा कांग्रेस नेता राजबब्‍बर के नेतृत्‍व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी हिंसा ग्रस्‍त इलाकों में जाने की कोशिश में था। इसकी मंजूरी नहीं मिलने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आगरा और अन्‍य शहरों में प्रदर्शन भी किया था। इस बीच, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दोषियों को न बख्‍शने की बात कही थी। उत्‍तर प्रदेश के उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था क‍ि सरकार चंदन के परिवार के साथ है। उन्‍होंने हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करने की भी बात कही थी।