समाजवादी पार्टी के नेता इमरान मसूद बुधवार (19 अक्टूबर 2022) को बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी बदलते ही सपा पर हमलावर होते हुए इमरान मसूद ने कहा कि सपा केवल मुस्लिम वोटों से चुनाव जीती, वो अपने आधार पर नहीं जीते।

सपा में शामिल हुए मसूद ने कहा कि जब हमने समाजवादी पार्टी को जॉइन किया था तो एक मकसद के साथ जुड़ा था कि जो विरोधी विचारधारा के लोग हैं उन्हें कमजोर किया जाए, लेकिन हुआ इसके विपरीत। उन्होंने कहा, “हमलोगों ने जितना उन्हें मजबूत करने का प्रयास किया उतनी मजबूत बीजेपी होती गई। तब हमें समझ आया कि एक साजिश के तहत इस बात को प्रचारित किया गया कि सपा विकल्प बन सकती है जबकि धरातल पर ऐसा कुछ है नहीं।”

यूपी में बसपा अच्छा विकल्प: इमरान मसूद ने कहा, “सपा केवल उन जगहों पर चुनाव जीत पायी जिन जगहों पर हम थे, जहां उनका आधार होना चाहिए था उन जगहों पर वो नहीं जीत पायी। ऐसे में और कोई रास्ता हमें नजर आया। बहनजी के पास एक ऐसा वोट बैंक है जिस पर अगर काम किया जाए तो उत्तर प्रदेश में बसपा एक अच्छा विकल्प बन सकती है।”

भारतीय जनता पार्टी की साजिश: बसपा नेता ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की एक साजिश थी। इस साजिश में यह बात थी कि अगर बहुजन समाज पार्टी को इतना वोट मिल गया तो दो तिहाई की सरकार उत्तर प्रदेश में बन जाएगी और इस छलावे में हम भी आ गए। उन्होंने कहा कि अब जब आंख खुली है तो तस्वीर दूसरी है। अगर हमें एक विचारधारा के साथ लड़ना है तो विचारधारा के साथ एक मजबूत आधार चाहिए और वह आधार बहुजन समाज पार्टी के अलावा किसी में नहीं है।

जब सपा मजबूत हुई तो भाजपा मजबूत हुई: इमरान मसूद ने कहा, वह एक मकसद के साथ समाजवादी पार्टी में आए थे। उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों के वोट का बंटवारा ना हो इसलिए हम लोगों ने एकतरफा समाजवादी पार्टी को वोट दिया। समाजवादी पार्टी को वोट देने के बाद भी उन जगहों पर सपा जीत नहीं सकी जहां हम थे। हमें समझ में आया कि यह तो हवा का बुलबुला है।” उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह रहा है कि जब-जब बहुजन समाज पार्टी मजबूत हुई है तब भाजपा कमजोर हुई है। लेकिन समाजवादी पार्टी जब-जब मजबूत हुई है, उससे भाजपा मजबूत हुई है।